
शहादत दिवस पर रायबरेली में श्रद्धांजलि कार्यक्रम, उत्कृष्ट व्यापारियों को किया गया सम्मानित
रिपोर्ट: संदीप मिश्रा, रायबरेली
रायबरेली: 26 मई का दिन उत्तर प्रदेश के व्यापारिक इतिहास में एक ऐसा दिन है, जिसे हर वर्ष प्रेरणा दिवस के रूप में याद किया जाता है। यही वह दिन था जब वर्ष 1979 में लखनऊ के अमीनाबाद में आयोजित व्यापारी आंदोलन के दौरान रायबरेली के साहसी व्यापारी हरिश्चंद्र अग्रवाल ने बिक्री कर (Sales Tax) के खिलाफ संघर्ष करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे।
इस ऐतिहासिक बलिदान की स्मृति में इस वर्ष भी अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल एवं उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार मंडल रायबरेली द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस आयोजन में व्यापार और सामाजिक सेवा क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित चेहरों को सम्मानित किया गया।
आंदोलन की पृष्ठभूमि और शहादत
1979 में जब व्यापारियों पर जबरन बिक्री कर थोपने की कोशिश की जा रही थी, तब प्रदेश भर के व्यापारी संगठनों ने मिलकर विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया। लखनऊ के झंडेवाला पार्क में जुटे हजारों व्यापारियों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा चलाई गई गोलियों में हरिश्चंद्र अग्रवाल वीरगति को प्राप्त हुए। उनकी यह शहादत आज भी व्यापारी समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।
आयोजन की झलक
इस वर्ष के प्रेरणा दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता संरक्षक संदीप जैन ने की, जबकि संपूर्ण आयोजन का संचालन जिला अध्यक्ष त्रिलोचन सिंह छाबड़ा के नेतृत्व में किया गया। नगर अध्यक्ष के.के. गुप्ता, जो इस कार्यक्रम के प्रभारी भी थे, ने बताया कि यह दिन सिर्फ श्रद्धांजलि देने का नहीं, बल्कि व्यापारियों को एकजुट करने का भी अवसर है।
कार्यक्रम में इस बात पर विशेष ज़ोर दिया गया कि कैसे trading केवल लाभ का जरिया नहीं है, बल्कि समाज को दिशा देने वाला एक माध्यम भी है।
सम्मानित हुए ये चेहरे
इस अवसर पर उन व्यक्तियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने व्यापारिक और सामाजिक दोनों क्षेत्रों में सराहनीय योगदान दिया है। सम्मान पाने वालों में प्रमुख नाम थे:
- डॉ. शशिकांत शर्मा – न्यू स्टैण्डर्ड ग्रुप के संस्थापक और सामाजिक कार्यकर्ता
- महेश नारायण अग्रवाल – शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी
- मोहम्मद इश्तियाक, जगदीश चैनानी, अर्पित यादव, शिवप्रकाश सोनी, तैयबा कयूम, विकास साव
इन लोगों ने अपनी trading journey को समाजसेवा से जोड़ते हुए जो मिसाल कायम की है, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है।
युवाओं को जोड़ा गया प्रेरणा से
कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य युवा व्यापारियों को जोड़ना भी था। वक्ताओं ने बताया कि आज के समय में जब trading platforms ऑनलाइन हो चुके हैं, नई टेक्नोलॉजी के साथ व्यापार के तौर-तरीके भी बदल रहे हैं। ऐसे में नैतिकता, समाज सेवा और सामूहिक एकता का भाव बनाए रखना और भी ज़रूरी हो गया है।
वरिष्ठ जिला महामंत्री संदीप शुक्ला ने कहा, “व्यापार सिर्फ मुनाफे तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि यह समाज की भलाई में भी भूमिका निभाए, तभी उसका असली उद्देश्य पूरा होता है।”
उपस्थिति ने कार्यक्रम को बनाया खास
कार्यक्रम में जिले भर से आए व्यापारियों और संगठनों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रमुख उपस्थिति में रहे:
- प्रदेश संगठन मंत्री राज नारायण अग्रहरी
- प्रदेश मंत्री सोनू वर्मा
- जिला कोषाध्यक्ष चंद्रप्रकाश गुप्ता
- संरक्षक दिलीप यादव, प्रभाकर गुप्ता, गीतासिंह, रेखा केशरवानी, वर्षा सिंह, शिखर श्रीवास्तव, रितेश रस्तोगी, पंकज प्रजापति, बच्चन लाल साहू, हरभजन सिंह छाबड़ा, विनोद वैश्य, धर्मेंद्र शर्मा आदि।
सभी ने मिलकर हरिश्चंद्र अग्रवाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
निष्कर्ष
हर वर्ष आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम न केवल अतीत की याद दिलाता है, बल्कि वर्तमान व्यापारियों को उनके कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति सजग भी करता है। यह संदेश देता है कि यदि व्यापार में trading ethics, समाज सेवा और संघर्ष की भावना हो, तो वह केवल व्यक्तिगत समृद्धि नहीं, बल्कि पूरे समाज की उन्नति का कारण बन सकता है।
आज के डिजिटल दौर में जब online trading, B2B networking और e-commerce जैसे प्लेटफॉर्म व्यापार को नई दिशा दे रहे हैं, तब भी हरिश्चंद्र अग्रवाल जैसे बलिदानी हमें याद दिलाते हैं कि व्यापार के साथ जिम्मेदारी भी आती है।