
रायबरेली में बड़े मंगल पर विशाल भंडारा सम्पन्न, श्रद्धालुओं ने पाई हनुमान जी की कृपा
रिपोर्टर – संदीप मिश्रा, रायबरेली
रायबरेली, 4 जून:
बड़े मंगल के अवसर पर रायबरेली शहर एक बार फिर भक्तिमय वातावरण में डूब गया। जिला पुस्तकालय के सामने आयोजित भव्य भंडारे में हज़ारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर हनुमान जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस आयोजन की शुरुआत पूज्य आचार्य पीयूष जी द्वारा विधिपूर्वक पूजा-अर्चना और भोग अर्पण से हुई।
इस अवसर पर क्षेत्र के लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही भंडारे के स्थल पर भक्तों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई थीं। सभी को सुनियोजित तरीके से प्रसाद वितरित किया गया। आयोजन स्थल को धार्मिक सजावट से सुसज्जित किया गया था और चारों ओर “जय बजरंगबली” के जयकारों से माहौल भक्तिपूर्ण बना रहा।
सामाजिक सौहार्द की मिसाल बना आयोजन
भंडारे में चना, लड्डू, आम पना (Aam Panna), ठंडा जल और शुद्ध सात्विक प्रसाद का वितरण किया गया। कार्यक्रम की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि इसमें धर्म, जाति या वर्ग का कोई भेदभाव नहीं दिखा – सभी को एक समान श्रद्धा और सम्मान के साथ प्रसाद दिया गया।
कार्यक्रम संयोजक अखिलेश द्विवेदी ने पूरे आयोजन की निगरानी करते हुए स्वयं सेवकों के साथ मिलकर व्यवस्था को सफल बनाया। उन्होंने बताया कि यह परंपरा कई वर्षों से निभाई जा रही है और हर साल इसे और भव्य रूप दिया जा रहा है।
युवाओं की भागीदारी से बढ़ी शोभा
इस आयोजन में युवाओं की सक्रिय भागीदारी भी देखने को मिली। स्वयंसेवकों की एक टीम ने साफ-सफाई, बैठने की व्यवस्था और जल वितरण की जिम्मेदारी संभाली। युवा समाजसेवी आशीष पाठक, जो गौ रक्षा मंच के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं, ने इस धार्मिक उत्सव को समाज में भाईचारे और सहयोग की भावना को मजबूत करने वाला बताया।
उनके अनुसार,
“बड़ा मंगल रायबरेली की संस्कृति का एक अहम हिस्सा बन चुका है। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को सुदृढ़ करता है बल्कि सामाजिक एकता को भी नया आयाम देता है।”
हर वर्ग का मिला समर्थन
भक्तों को सुविधा देने के लिए टेंट, कूलर और पंखों की व्यवस्था की गई थी। धूप और गर्मी को ध्यान में रखते हुए ठंडे पानी और आम शरबत का विशेष प्रबंध किया गया। महिला श्रद्धालुओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था रही।
कार्यक्रम में कृष्ण कुमार, मनीष चौरसिया, विनय द्विवेदी, राकेश गुप्ता, कृपाल पाठक, ओम प्रकाश अवस्थी, प्रिंस त्रिपाठी, सनी मोदनवाल और उनके सहयोगियों ने मिलकर प्रसाद वितरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सोशल मीडिया पर दिखा आयोजन का असर
इस आयोजन की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही हैं। Facebook, Instagram और WhatsApp ग्रुप्स पर #BadaMangal2025, #RaeBareliBhandara, #HanumanBlessings, #CommunitySeva, जैसे हैशटैग के साथ इस कार्यक्रम को लेकर लोग अपनी भावनाएं साझा कर रहे हैं।
भक्तों ने इस आयोजन को ‘समाज की सकारात्मकता का उत्सव’ बताया। कई स्थानीय YouTubers और Instagram Creators ने इस आयोजन की लाइव कवरेज की जिससे आयोजन को और ज्यादा पहचान मिली।
बड़ा मंगल: केवल पर्व नहीं, एक प्रेरणा
उत्तर प्रदेश में जेठ माह के हर मंगलवार को मनाया जाने वाला ‘बड़ा मंगल’ केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि लोक-आस्था, सेवा और एकजुटता का प्रतीक बन चुका है। इस दिन जगह-जगह भंडारे लगाए जाते हैं, और लोग निःस्वार्थ सेवा में जुट जाते हैं।
रायबरेली का यह भंडारा भी इसी श्रृंखला की एक कड़ी था जिसने न केवल भक्तों को भोजन और जल प्रदान किया बल्कि दिलों को जोड़ने का भी कार्य किया।
निष्कर्ष:
बड़े मंगल के अवसर पर आयोजित यह भव्य भंडारा एक सकारात्मक सामाजिक उदाहरण बनकर उभरा है। जब समाज के सभी वर्ग, खासकर युवा, सेवा के लिए एकजुट होते हैं, तब ऐसे आयोजन केवल धार्मिक नहीं रह जाते बल्कि सामाजिक बदलाव के वाहक बन जाते हैं।
यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा को बल देता है, बल्कि मानवता, सेवा और सहयोग की भावना को भी जीवित रखता है। ऐसे आयोजनों से समाज में एक नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार होता है।