
रिपोर्टर: मयालक्ष्मी मिश्रा, रायबरेली
रायबरेली के सरेनी ब्लॉक के चिंताखेड़ा गांव में बिजली विभाग की लापरवाही लोगों के लिए जान का खतरा बन गई है। गांव के बीच स्थित आम के बाग से होकर गुजर रही 11 हजार वोल्ट की हाई वोल्टेज लाइन अब तक दो नीलगायों की जान ले चुकी है। बाग में लटकते तार अब जमीन से सट चुके हैं, जिससे बाग में करंट फैलने का खतरा बना हुआ है। करंट लगने से दो नीलगायों की मौत हो चुकी है और ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
बाग के मालिक और किसान अपनी फसल के पास जाने से डरने लगे हैं। आम के बाग में बच्चों और किसानों का आना-जाना लगा रहता है, ऐसे में कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। लोगों ने कई बार बिजली विभाग को इसकी सूचना दी, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला। शिकायत करने पर एसडीओ ने कार्रवाई का आश्वासन दिया और जेई को निर्देशित किया, लेकिन जेई का मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है जब विभाग ने इस तरह की लापरवाही दिखाई है। इससे पहले भी कई बार तारों के झूलने की सूचना दी जा चुकी है लेकिन मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूरी होती रही। अब जब बारिश का मौसम शुरू हो गया है, तो खतरा और बढ़ गया है। गीली जमीन करंट को तेजी से फैलाती है, जिससे कोई भी हादसा हो सकता है।
गांव के प्रधान और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि तारों को या तो ऊंचा किया जाए या फिर लाइन को बाग के बीच से हटाकर किसी सुरक्षित स्थान से ले जाया जाए। सोशल मीडिया पर भी अब यह मुद्दा उठने लगा है और लोग वीडियो व तस्वीरें शेयर कर रहे हैं ताकि विभाग तक यह बात पहुंचे और जल्द से जल्द कोई कार्रवाई हो।
बिजली विभाग की यह लापरवाही अब सिर्फ जानवरों तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि इंसानी जान को भी खतरा है। अगर जल्द ही इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो कोई बड़ी जनहानि हो सकती है। ग्रामीणों की मांग है कि बिजली लाइन की तत्काल मरम्मत कराई जाए और विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
रिपोर्टर: मयालक्ष्मी मिश्रा, रायबरेली