गोंडा में सड़क की लाइट को लेकर शुरू हुआ विवाद बना मौत की वजह, नवाबगंज पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

Share this news

रिपोर्ट: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स

गोंडा जनपद के नवाबगंज इलाके में स्ट्रीट लाइट को लेकर उठा छोटा सा विवाद एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत का कारण बन गया। यह घटना गांव नरेन्द्रपुर में हुई, जहां मामूली कहासुनी ने अचानक हिंसक रूप ले लिया। पूरी वारदात के बाद पुलिस हरकत में आई और महज दो दिनों में नामजद दोनों आरोपियों—बड़कन्नू उर्फ समरसिंह और उसकी पत्नी गंगाजली उर्फ मजहा—को गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद पूरे गांव में तनाव का माहौल बन गया है और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।

मामला 16 नवंबर की शाम का है। वादी सुनरा देवी ने पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि उनका बेटा गांव की स्ट्रीट लाइट जला रहा था, तभी पड़ोस में रहने वाले बड़कन्नू उर्फ समरसिंह और उसकी पत्नी गंगाजली ने लाइट जलाने पर आपत्ति जताते हुए गाली-गलौज शुरू कर दी। इसी दौरान सुनरा देवी के ससुर, 70 वर्षीय जगदम्बा प्रसाद ने विवाद शांत कराने के उद्देश्य से दोनों को रोकना चाहा और कहा कि बेवजह गाली मत दो। इसी बात से गुस्साए दोनों आरोपियों ने बुजुर्ग पर हमला बोल दिया।

आरोपियों ने ईंट और डंडों से बुजुर्ग के सिर पर वार किए, जिससे वो मौके पर ही गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजन उन्हें तुरंत अयोध्या मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उपचार के दौरान ही उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना ने गांव में सनसनी फैला दी, और मामला तुरंत पुलिस तक पहुंचा।

तहरीर के आधार पर नवाबगंज पुलिस ने धारा 105 बीएनएस में अभियोग पंजीकृत किया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। वरिष्ठ अधिकारियों—एसपी विनीत जायसवाल, एएसपी पश्चिमी राधेश्याम राय, तथा क्षेत्राधिकारी तरबगंज उमेश्वर प्रभात सिंह—के निर्देशन में पुलिस ने गांव और आसपास के इलाकों में लगातार दबिशें दीं। आखिरकार 18 नवंबर की सुबह पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को कटरा भोगचंद मोड़ से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार, आरोपियों की योजना गांव छोड़कर किसी दूसरे इलाके में छिपने की थी, लेकिन पुलिस टीम ने समय रहते उन्हें पकड़ लिया। गिरफ्तारी में शामिल टीम में उपनिरीक्षक उमेश सिंह, मुख्य आरक्षी अरुण शंकर सिंह, मुख्य आरक्षी लक्ष्मीकांत कन्नौजिया और महिला आरक्षी किरण चौहान शामिल रहे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में घटना की पुष्टि हुई है और उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की प्रक्रिया पूरी कर दी गई है।

इस घटना के बाद गांव के लोग आक्रोशित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में छोटी-छोटी बातों पर माहौल बिगड़ जाता है और ऐसे मामलों में तुरंत पुलिस की दखल जरूरी है। लोग यह भी बता रहे हैं कि स्ट्रीट लाइट की समस्या लंबे समय से बनी हुई थी और कई बार शिकायत देने के बावजूद स्थायी समाधान नहीं हुआ। इसी वजह से विवाद और तनाव धीरे-धीरे बढ़ते चले गए।

गांव के बुजुर्ग एवं महिला समूहों ने पुलिस से मांग की है कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई हो ताकि आगे कोई भी व्यक्ति हिंसा का रास्ता न अपनाए। ग्रामीणों का कहना है कि एक मामूली विवाद में 70 वर्षीय व्यक्ति की जान चली जाना बेहद शर्मनाक और दुःखद है, और आरोपियों को सख्त सजा मिलनी ही चाहिए।

पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कहा कि अपराध चाहे छोटा हो या बड़ा, कानून सबके लिए समान है। किसी भी व्यक्ति को हिंसा करने का अधिकार नहीं दिया जा सकता, और पुलिस इस मामले को फास्ट-ट्रैक तरीके से आगे बढ़ाएगी ताकि परिवार को जल्द न्याय मिल सके। क्षेत्राधिकारी तरबगंज ने बताया कि गांव में अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है ताकि माहौल शांत रहे और किसी भी तरह की अफवाह न फैले।


Share this news
  • Related Posts

    वन माफिया के सामने क्यों बेअसर है वन विभाग? रायबरेली में हरे पेड़ों पर चल रही कुल्हाड़ी से पर्यावरण संकट गहराया

    Share this news

    Share this newsरिपोर्ट: माया लक्ष्मी मिश्रा, रायबरेली, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स रायबरेली जनपद में इन दिनों जंगल नहीं, सवाल कट रहे हैं—और सवाल यह है कि आखिर दबंग वन माफियाओं…


    Share this news

    महराजगंज में OTS योजना ने बदली तस्वीर, बिजली बकाया निस्तारण के लिए शिविर में दिखा उत्साह

    Share this news

    Share this newsरिपोर्ट: माया लक्ष्मी मिश्रा, रायबरेली, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स रायबरेली जिले के महराजगंज क्षेत्र में विद्युत विभाग की एकमुश्त समाधान योजना (OTS – One Time Settlement) लागू होते…


    Share this news

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *