
ध्रुव राठी का पाकिस्तानी दर्शकों को ऑपरेशन सिंदूर पर जवाब, चर्चा ने पकड़ा जोर
पहलगाम, 31 मई 2025 – मशहूर भारतीय यूट्यूबर और सामाजिक टिप्पणीकार ध्रुव राठी ने हाल ही में एक भावनात्मक और विचारोत्तेजक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी दर्शकों को संबोधित करते हुए पहलगाम में हुई दुखद घटना, ऑपरेशन सिंदूर, पर अपनी बात रखी। 31 मई 2025 को यूट्यूब पर अपलोड किए गए इस वीडियो का शीर्षक है, “पाकिस्तानी लोगों को मेरा जवाब | ऑपरेशन सिंदूर समझाया गया”। यह वीडियो अपनी संवेदनशीलता, तथ्यात्मक विश्लेषण और राठी की खास कहानी कहने की शैली के लिए तेजी से चर्चा में आ गया है।
इस 20 मिनट के वीडियो में ध्रुव राठी पहलगाम में घटित ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि को समझाते हैं, जो एक जटिल सामाजिक-राजनीतिक घटना है और जिसने भारत और पाकिस्तान दोनों के दर्शकों में तीव्र प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न की हैं। बिना कहानी का खुलासा किए, राठी इस सैन्य ऑपरेशन के संदर्भ को स्पष्ट करते हैं, जो अपने मानवीय नुकसान और जटिल निहितार्थों के कारण भावनाओं को झकझोर रहा है। वे पाकिस्तानी दर्शकों से सीधे बात करते हैं, समझ और संवाद की अपील करते हुए युद्ध की मानवीय कीमत पर जोर देते हैं। उनका यह दृष्टिकोण डेटा आधारित तथ्यों और संवेदनशीलता का मिश्रण है, जो उनकी सामग्री की खासियत है और लाखों लोगों को आकर्षित करती है।
इस वीडियो की सबसे खास बात है दोनों देशों के बीच की वैचारिक खाई को पाटने की राठी की कोशिश। वे दोनों पक्षों की पीड़ा को स्वीकार करते हैं, ऐतिहासिक घटनाओं और हाल के घटनाक्रमों का हवाला देकर एक संतुलित दृष्टिकोण पेश करते हैं। “यह उंगली उठाने की बात नहीं है; यह समझने की बात है कि क्या हुआ और क्यों,” राठी वीडियो में कहते हैं, एक पंक्ति जो सोशल मीडिया पर खूब उद्धृत की जा रही है। विश्वसनीय स्रोतों का उपयोग और उनका स्पष्ट मगर सम्मानजनक लहजा दर्शकों से सराहना बटोर रहा है, जो इसे सीमा पार रचनात्मक संवाद की दिशा में एक कदम मानते हैं।
हालांकि, वीडियो आलोचनाओं से अछूता नहीं रहा। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स, खासकर पाकिस्तान से, ने संदेह जताया है कि राठी का दृष्टिकोण भले ही संवेदनशील हो, लेकिन यह भारतीय पक्ष की ओर झुका हुआ है। वहीं, कुछ ने इस संवेदनशील विषय को उठाने की उनकी हिम्मत की तारीफ की है। एक एक्स यूजर ने लिखा, “ध्रुव की जटिल मुद्दों को मानवीयता के साथ समझाने की कला बेजोड़ है।” वीडियो के कमेंट सेक्शन में कृतज्ञता, बहस और शांति की अपील का मिश्रण देखने को मिलता है, जो इसकी ध्रुवीकृत मगर सक्रिय दर्शक संख्या को दर्शाता है।
20 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स के साथ, राठी अपनी विश्लेषणात्मक वीडियो के लिए जाने जाते हैं, जो राजनीति से लेकर पर्यावरण जैसे विविध विषयों को कवर करती हैं। जटिल विषयों को सरलता से समझाने की उनकी क्षमता ने उन्हें लाखों लोगों का भरोसा दिलाया है, हालांकि उनके आलोचक उन पर पक्षपात का आरोप लगाते हैं। इस वीडियो में, वे इस तनी हुई रस्सी पर सावधानी से चलते दिखाई देते हैं, अपने शब्दों को सावधानीपूर्वक चुनते हुए ताकि विभाजन की बजाय समझ बढ़े। NordVPN के प्रायोजन को कहानी में सहजता से शामिल करना भी उनकी सामग्री और व्यावसायिक साझेदारी को संतुलित करने की कुशलता को दर्शाता है।
जैसे-जैसे ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चाएँ जारी हैं, राठी का वीडियो एक व्याख्याता और बातचीत शुरू करने वाले के रूप में सामने आया है। इसने संवेदनशील भू-राजनीतिक मुद्दों पर प्रभावशाली लोगों की राय को आकार देने की भूमिका पर बहस को फिर से हवा दी है। फिलहाल, यह वीडियो राठी की उस भूमिका का प्रमाण है, जिसमें वे विवादास्पद होने के जोखिम के बावजूद कठिन विषयों को उठाने से नहीं हिचकते।
पूरा वीडियो यूट्यूब पर https://www.youtube.com/watch?v=7zcsU1-OLxA पर उपलब्ध है। दर्शकों से अनुरोध है कि वे इसे देखें और इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपनी राय बनाएँ।
कड़क टाइम्स संवाददाता
प्रकाशित: 31 मई 202