रायबरेली में संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की मौत, परिजनों ने शव रखकर किया प्रदर्शन, पत्नी पर हत्या का आरोप

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रायबरेली में संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की मौत, परिजनों ने शव रखकर किया प्रदर्शन, पत्नी पर हत्या का आरोप

✍️रिपोर्ट : संदीप मिश्रा, रायबरेली

रायबरेली | 29 मई 2025 (गुरुवार)
उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में उस समय हालात तनावपूर्ण हो गए जब एक युवक की मौत को लेकर गुस्साए परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों ने मृतक की पत्नी पर हत्या का आरोप लगाया है और पुलिस पर लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया गया है।

मामला कहां का है?

घटना हरचंदपुर थाना क्षेत्र के गंगागंज गांव की है, जहां गुरुवार सुबह एक युवक का शव गांव के पास एक तालाब के किनारे संदिग्ध स्थिति में मिला। मृतक की पहचान 35 वर्षीय राजेश कुमार के रूप में हुई। परिजनों ने इसे हादसा नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या बताया है।

परिजनों का आरोप – पत्नी ने की साजिशन हत्या

परिवार का कहना है कि राजेश का अपनी पत्नी से लंबे समय से विवाद चल रहा था। दोनों के रिश्तों में कड़वाहट थी और आए दिन झगड़े होते रहते थे। ऐसे में परिवार को शक है कि राजेश की मौत किसी दुर्घटना का नतीजा नहीं, बल्कि उसकी पत्नी की सोची-समझी साजिश है।

पोस्टमार्टम के बाद बढ़ा बवाल

शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल रायबरेली भेजा गया था। लेकिन जब शव परिजनों को सौंपा गया, तो उन्होंने देखा कि पुलिस ने अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की थी। इससे नाराज होकर परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम हाउस के सामने रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।

सीओ सिटी पहुंचे मौके पर, किया मामला शांत

घटना की जानकारी मिलते ही सीओ सिटी अमित सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही एफआईआर दर्ज कर ली जाएगी और मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।

सीओ अमित सिंह ने कहा:

“हम परिजनों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। मामला गंभीर है और इसमें जल्द से जल्द कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”

पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल

परिजनों का कहना है कि उन्होंने सुबह से ही हरचंदपुर थाने में शिकायत दी थी, लेकिन कई घंटे बीतने के बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। यही वजह है कि उन्हें प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पड़ा।

स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की निष्क्रियता को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि जब तक दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक आम जनता का भरोसा कानून व्यवस्था पर से उठता रहेगा।

संदेह के घेरे में घरेलू कलह और अवैध संबंध

इस पूरे मामले में कई संभावनाएं सामने आ रही हैं। कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि मृतक के किसी अन्य महिला से संबंध थे, जिसकी वजह से घर में विवाद होता था। वहीं कुछ लोगों को शक है कि यह मामला ऑनर किलिंग का भी हो सकता है।

हालांकि पुलिस ने सभी पहलुओं पर जांच करने की बात कही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा मामला

जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर फैली, लोगों में गुस्सा और संवेदना दोनों देखने को मिले। ट्विटर और फेसबुक पर #JusticeForRajesh हैशटैग के साथ हजारों लोगों ने न्याय की मांग की।

जनता में भय और आक्रोश

गंगागंज और आसपास के गांवों में लोग इस घटना से सहमे हुए हैं। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि ऐसी घटनाओं में त्वरित कार्रवाई की जाए और पुलिस की जवाबदेही तय हो।

एक ग्रामीण ने कहा,

“अगर आज दोषियों को सजा नहीं मिली, तो कल किसी और के घर का चिराग बुझ सकता है।”


निष्कर्ष (Conclusion)

इस मामले ने एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब किसी grieving family को इंसाफ के लिए सड़क पर उतरना पड़े, तो यह प्रशासन की असफलता का संकेत है।

अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी तत्परता से कार्रवाई करती है और क्या मृतक के परिजनों को न्याय मिल पाता है या नहीं।


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