
रिपोर्ट: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश | कड़क टाइम्स
गोंडा, 26 जून 2025
गोंडा जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें पुरानी रंजिश को लेकर दर्जनों हथियारबंद लोगों ने एक मकान पर हमला बोल दिया। घटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दो मुख्य आरोपियों को चंदापुर चौराहे से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के नेतृत्व में, अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय और क्षेत्राधिकारी तरबगंज उमेश्वर प्रभात सिंह के पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई की गई।
घटना का पूरा घटनाक्रम
दिनांक 21 जून 2025 को वादी सत्यदेव मिश्रा अपने गांव भगोहर में स्थित मकान पर सफाई का कार्य करवा रहे थे। उसी दौरान, पुरानी रंजिश को लेकर करीब 13-14 लोगों की भीड़ मौके पर आ गई। इनमें विकास सिंह, विक्की सिंह, गंगा सिंह उर्फ भेलर और सुनील कुमार सिंह उर्फ ननके प्रमुख रूप से शामिल थे। यह सभी हथियारों से लैस थे।
इन लोगों ने न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। अचानक सुरेन्द्र मिश्रा पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, विपिन दूबे और विक्की सिंह पर धारदार हथियार से वार किया गया, जिससे उन्हें भी गंभीर चोटें आईं।
इस हमले के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया। पीड़ित पक्ष ने तत्काल थाना वजीरगंज में लिखित शिकायत दी, जिस पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया।
दर्ज हुआ मुकदमा
थाना वजीरगंज में वादी की शिकायत पर मु0अ0सं0-185/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की निम्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया:
- धारा 191(2) – सार्वजनिक अशांति फैलाने के उद्देश्य से गैरकानूनी जमावड़ा
- धारा 191(3) – हथियारों के साथ हिंसक उपस्थिति
- धारा 190 – आपराधिक साजिश
- धारा 115(2) – हत्या के प्रयास की तैयारी
- धारा 352 – शारीरिक बल का उपयोग
- धारा 351(3) – गंभीर चोट पहुँचाने का प्रयास
- धारा 109 – सहयोगी के रूप में अपराध में संलिप्तता
यह सभी धाराएं स्पष्ट करती हैं कि हमला पूर्व नियोजित और खतरनाक मंशा से किया गया था।
गिरफ्तारी की कार्रवाई
लगातार दबिश और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के बाद, 26 जून 2025 को वजीरगंज पुलिस ने दो वांछित आरोपियों को चंदापुर चौराहे से गिरफ्तार कर लिया:
- विकास सिंह पुत्र श्री भेलर सिंह उर्फ गंगा सिंह, निवासी ग्राम जमादारपुरवा भगोहर, थाना वजीरगंज
- सुनील कुमार सिंह उर्फ ननके, पुत्र श्री काली प्रसाद सिंह, निवासी कोमर नौबस्ता, थाना वजीरगंज
गिरफ्तारी के बाद दोनों अभियुक्तों को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस टीम की भूमिका
इस मामले में जिन पुलिस अधिकारियों ने प्रमुख भूमिका निभाई, वे हैं:
- उपनिरीक्षक रामधारी दिनकर
- हेड कांस्टेबल अतुल कुमार सिंह
- कांस्टेबल मंजीत सिंह
इनकी सक्रियता और सूझबूझ से इस मामले में जल्द कार्रवाई संभव हो सकी।
ग्रामीणों में डर और गुस्सा
इस घटना के बाद से गांव में भय और तनाव का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हमला पूरी तरह पूर्व नियोजित था और अपराधियों को किसी का डर नहीं था। हालांकि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से लोगों में कुछ हद तक राहत की भावना है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि बाकी बचे हमलावरों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए।
गोंडा के वजीरगंज क्षेत्र में हुआ यह हमला साफ करता है कि स्थानीय स्तर पर रंजिशें किस हद तक खतरनाक रूप ले सकती हैं। लेकिन गोंडा पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने यह भी साबित कर दिया है कि अपराधियों के लिए अब कोई जगह नहीं है।
आने वाले दिनों में इस केस की जांच और भी तेज़ हो सकती है, क्योंकि अभी अन्य हमलावरों की गिरफ्तारी बाकी है। उम्मीद है कि प्रशासन इस केस को जल्द ही सुलझाकर पीड़ितों को न्याय दिलाएगा।