रिपोर्ट: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स
गोंडा, 18 अक्टूबर 2025
गोंडा के टाउनहॉल गांधीपार्क में आयोजित “यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला-2025” का समापन शनिवार को बेहद उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ। यह आयोजन 9 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चला, जिसमें जिलेभर से आए उद्यमियों, कारीगरों और महिलाओं ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। समापन समारोह में तरबगंज के विधायक श्री प्रेम नारायण पांडेय और जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने मेले में भाग लेने वाले दुकानदारों, महिला समूहों और कलाकारों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
इस मेले का मुख्य उद्देश्य “स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना” और स्थानीय व्यापार को एक मजबूत मंच प्रदान करना था। 10 दिनों तक चले इस आयोजन में कुल 38 लाख रुपये की बिक्री हुई, जबकि 22 लाख रुपये के ऑर्डर स्थानीय व्यापारियों और उत्पादकों को मिले। यह उपलब्धि इस बात का संकेत है कि गोंडा जैसे जिले में भी छोटे उद्योग और स्थानीय उत्पाद तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।
मेले में हैंडीक्राफ्ट, कपड़ा उद्योग, मिट्टी के बर्तन, हैंडमेड आभूषण, ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स, होम डेकोर और घरेलू उपयोग की चीजें लोगों को खूब पसंद आईं। खास तौर पर महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स पर खरीददारों की भीड़ रही। इन महिलाओं ने अपने हुनर से यह साबित कर दिया कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अब आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रही हैं।
जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल स्थानीय कारीगरों और उत्पादकों को बाजार उपलब्ध कराते हैं, बल्कि उनकी मेहनत को पहचान भी दिलाते हैं। उन्होंने कहा कि “स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहन देना हमारी संस्कृति और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य का अहम हिस्सा है। ऐसे मेले महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और स्थानीय रोजगार सृजन का मजबूत जरिया हैं।” उन्होंने आगे कहा कि जिला प्रशासन भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को निरंतर प्रोत्साहित करेगा।
वहीं विधायक श्री प्रेम नारायण पांडेय ने कहा कि “यह मेला छोटे व्यापारियों और कारीगरों के लिए बड़ी संभावनाओं का द्वार है। जब लोकल व्यापार मजबूत होगा, तभी जिले की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। इस आयोजन ने साबित कर दिया है कि स्वदेशी सोच के साथ आगे बढ़ने से स्थानीय लोगों के जीवन में बड़ा परिवर्तन आ सकता है।”
समापन समारोह में अपर जिलाधिकारी श्री आलोक कुमार, डीसी उद्योग श्री बाबूराम, खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी श्री महेंद्र कुमार मिश्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुत किए गए लोकगीतों और नृत्य कार्यक्रमों ने माहौल को उत्सवमय बना दिया।
मेले में “वोकल फॉर लोकल” और “मेक इन इंडिया” की भावना पूरी तरह झलकी। यहां आए आगंतुकों ने बताया कि उन्हें इस मेले में भारतीय संस्कृति और परंपरा की सच्ची झलक देखने को मिली। साथ ही युवाओं द्वारा प्रदर्शित किए गए डिजिटल मार्केटिंग और स्टार्टअप मॉडल ने यह भी दिखाया कि आज का युग टेक्नोलॉजी के साथ स्वदेशी उत्पादों को ग्लोबल मार्केट तक पहुंचाने का है।
दुकानदारों ने बताया कि उन्हें इस आयोजन से न केवल बिक्री में बढ़ोतरी हुई, बल्कि नए ग्राहकों से जुड़ने और अपने ब्रांड को पहचान दिलाने का मौका भी मिला। कई छोटे उत्पादकों ने कहा कि यह उनके जीवन का पहला ऐसा आयोजन था, जहां उनके सामान की इतनी सराहना हुई।
कार्यक्रम के समापन पर जिलाधिकारी ने घोषणा की कि जिला प्रशासन आने वाले वर्षों में “स्वदेशी ट्रेड फेयर सीरीज” के रूप में ऐसे आयोजनों को हर साल आयोजित करेगा, ताकि स्थानीय उत्पादों को निरंतर मंच मिलता रहे। उन्होंने कहा कि “लोकल टू ग्लोबल” की दिशा में यह एक मजबूत शुरुआत है, जो भविष्य में जिले की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
अंत में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और देशभक्ति गीतों ने समापन समारोह को अविस्मरणीय बना दिया। पूरा मैदान रोशनी से जगमगा उठा और उपस्थित लोगों ने जोरदार तालियों के साथ स्थानीय कलाकारों का उत्साह बढ़ाया।





