
रिपोर्टर: संदीप मिश्रा रायबरेली| कड़क टाइम्स
नई दिल्ली।
दिल्ली विश्वविद्यालय की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आगामी DU Teachers Election 2025 से पहले एक बड़ा कदम उठाते हुए Indian National Teachers Congress (INTEC Delhi) की नई कार्यकारिणी की घोषणा की है। इस घोषणा के तहत कमला नेहरू कॉलेज के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. अनिल कुमार मीणा को INTEC दिल्ली का नया सचिव (Secretary) नियुक्त किया गया है।
यह नियुक्ति सिर्फ एक संगठनात्मक बदलाव नहीं बल्कि कांग्रेस की रणनीति का अहम हिस्सा मानी जा रही है, जिसका सीधा असर दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ चुनावों पर पड़ सकता है। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद डॉ. मीणा ने कहा –
“मैं संगठन का आभार व्यक्त करता हूं जिसने छात्र जीवन से लेकर अब तक मुझे कई बार सेवा का अवसर दिया। मैं इस जिम्मेदारी को शिक्षक हितों की मजबूती के लिए पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता से निभाऊंगा।”
क्यों अहम है यह नियुक्ति?
डॉ. अनिल मीणा केवल एक शिक्षक ही नहीं बल्कि एक सक्रिय सामाजिक व राजनैतिक व्यक्तित्व भी हैं। वह वर्तमान में Indian Youth Congress RTI Department के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर भी कार्यरत हैं। इससे पहले भी वह कई छात्र और युवा संगठनों में सक्रिय रह चुके हैं और युवाओं के बीच एक प्रेरणास्रोत माने जाते हैं।
उनकी नियुक्ति को इस रूप में भी देखा जा रहा है कि अब कांग्रेस शिक्षक राजनीति में भी अपनी पकड़ मजबूत करने के मूड में है। INTEC के माध्यम से कांग्रेस अब DU में New Education Policy (NEP), teacher employment security, Ph.D. increment ban, old pension scheme, और past service count जैसे कई मुद्दों को चुनावी एजेंडा बनाने जा रही है।
INTEC की पूरी टीम का ऐलान – अनुभव और युवा जोश का मेल
INTEC Delhi की नई टीम में न केवल अनुभवी शिक्षकों को बल्कि युवा और ऊर्जावान चेहरों को भी जिम्मेदारी दी गई है। अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने जिन प्रमुख पदाधिकारियों की घोषणा की है, उनमें शामिल हैं:
- INTEC चेयरमैन: प्रो. पंकज कुमार गर्ग
- स्टेट कन्वीनर: प्रो. रामनंद सिंह और प्रदीप कुमार शर्मा
- प्रदेश महासचिव: प्रो. रत्नेश कुमार सक्सेना, वि. राज लक्ष्मी, नागेंद्र शर्मा, मनोज वार्ष्णेय, उदयवीर सिंह, सफीकुल आलम, नीलम, मेघराज, अब्दुल हमीद पा, दिव्या शर्मा, मोहम्मद महसिन, लतिका गुप्ता
- प्रदेश सचिव: संतोष कुमार, सना रहमान, प्रवीण कुमार, पलाशज्योतिष दास, विश्वजीत, सुमित कुमार शर्मा और मनोज रावल
यह पूरी टीम आने वाले चुनावों में दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों की आवाज बनेगी।
DU में शिक्षकों की मौजूदा स्थिति – समस्याएं और चुनौतियां
दिल्ली विश्वविद्यालय इस समय कई बड़ी चुनौतियों से गुजर रहा है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के बाद विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है। इसके साथ ही contractual teachers और ad-hoc पदों पर कार्यरत शिक्षकों का भविष्य अधर में है। INTEC ने यह स्पष्ट किया है कि इन मुद्दों को लेकर वह मैदान में मजबूती से उतरेगा।
प्रमुख समस्याएं जो INTEC के एजेंडे में रहेंगी:
- NEP के चलते घटती छात्र संख्या – जिससे कई विभाग बंद होने की कगार पर हैं।
- Ad-hoc teachers का displacement – स्थायी नियुक्तियों के नाम पर कई वर्षों से कार्यरत शिक्षकों को हटाया जा रहा है।
- Ph.D. increment पर रोक – शिक्षकों को रिसर्च के लिए प्रोत्साहन की बजाय दंड मिल रहा है।
- Old Pension Scheme की बहाली – सरकारी शिक्षकों के लिए यह एक गंभीर मुद्दा है।
- Past service account का संरक्षण – कई पुराने मामलों में शिक्षकों की सेवाएं गिनी नहीं जा रही हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया – Trending बन गया #AnilMeenaINTEC
जैसे ही डॉ. मीणा की नियुक्ति की खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर #AnilMeenaINTEC, #DUteachersElection, #INTECDelhi जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। शिक्षकों, छात्रों और राजनीतिक जानकारों ने इस फैसले को “शिक्षक राजनीति में नई शुरुआत” बताया। फेसबुक और ट्विटर पर हजारों लोगों ने डॉ. मीणा को बधाई दी और उम्मीद जताई कि अब शिक्षक वर्ग की समस्याओं को मजबूती से उठाया जाएगा।
डॉ. मीणा की प्राथमिकता – शिक्षकों की आवाज बनना
नई जिम्मेदारी मिलने के बाद डॉ. अनिल कुमार मीणा ने कहा:
“मेरे लिए यह सिर्फ एक पद नहीं बल्कि एक मिशन है। हम DU के हर शिक्षक की आवाज बनेंगे, उनके अधिकारों की रक्षा करेंगे और शिक्षा की गरिमा को बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।”
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि INTEC आने वाले समय में DU के विभिन्न कॉलेजों में जाकर Teachers’ Outreach Campaign शुरू करेगा, ताकि जमीनी स्तर पर शिक्षकों की समस्याएं समझी जा सकें।
कांग्रेस की रणनीति साफ – DU में मजबूत पकड़ बनाने की तैयारी
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी इस बार DU के शिक्षक संघ चुनावों को हल्के में नहीं ले रही है। INTEC के ज़रिए पार्टी अब शिक्षकों के बीच अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह कदम केवल संगठन विस्तार नहीं बल्कि “DU में कांग्रेस की पुनः वापसी” की रणनीति है।
निष्कर्ष:
INTEC Delhi में डॉ. अनिल कुमार मीणा की नियुक्ति केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सोच-समझी रणनीति है। इसका सीधा असर न केवल DU शिक्षक संघ चुनावों पर पड़ेगा, बल्कि विश्वविद्यालय में शिक्षा से जुड़े गंभीर मुद्दों को भी केंद्र में लाने का काम करेगा। अब यह देखना होगा कि डॉ. मीणा और उनकी टीम किस हद तक शिक्षकों की उम्मीदों पर खरे उतरते हैं।