पुलिस लाइन में योग का उत्साह: IG व SP गोण्डा ने अधिकारियों संग किया योग, दिया हेल्दी लाइफ का मैसेज

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रिपोर्टर: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ – उत्तर प्रदेश

गोंडा, 21 जून 2025 — अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर रिजर्व पुलिस लाइन गोण्डा में एक प्रेरणादायक योगाभ्यास शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में देवीपाटन परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक श्री अमित पाठक और पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री विनीत जायसवाल ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ योग अभ्यास किया और स्वस्थ तन, शांत मन तथा अनुशासित जीवनशैली का संदेश दिया।

इस आयोजन का उद्देश्य पुलिसकर्मियों में शारीरिक स्फूर्ति के साथ-साथ मानसिक संतुलन और तनाव प्रबंधन को बढ़ावा देना था। शिविर में क्षेत्राधिकारीगण, प्रतिसार निरीक्षक, थाना प्रभारी, शाखा प्रभारी, प्रशिक्षु आरक्षी और भारी संख्या में पुलिस बल ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

योग प्रशिक्षकों के निर्देशन में सभी उपस्थित कर्मियों ने विभिन्न योगासनों का अभ्यास किया जिनमें पद्मासन, वज्रासन, मत्स्यासन, अर्ध-मत्स्येन्द्रासन, सूर्य नमस्कार, पश्चिमोत्तनासन, गोमुखासन, उष्ट्रासन, हलासन, नौकासन, शवासन, मकरासन, भुजंगासन और शलभासन शामिल थे।

कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विशाखापट्टनम से आयोजित मुख्य योग कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी दिखाया गया। पुलिस कर्मियों ने प्रधानमंत्री के अनुशासन और समर्पण से प्रेरणा लेते हुए योग को नियमित जीवनशैली में शामिल करने का संकल्प लिया।

पुलिस महानिरीक्षक श्री अमित पाठक ने योग को भारतीय संस्कृति की अमूल्य विरासत बताते हुए कहा कि यह न केवल शरीर को सशक्त बनाता है बल्कि मन की एकाग्रता, धैर्य और संयम को भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि पुलिस बल जैसे कठिन और दबाव वाले कार्यक्षेत्र में कार्यरत कर्मियों के लिए योग अत्यंत लाभकारी है।

पुलिस अधीक्षक श्री विनीत जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि योग एक जीवनशैली है जो हमारे तन और मन दोनों को संतुलित करती है। एक स्वस्थ पुलिसकर्मी ही समाज की सेवा पूरी निष्ठा और दक्षता के साथ कर सकता है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे योग को केवल एक दिन का आयोजन न मानें, बल्कि इसे रोज़मर्रा की आदत बनाएं।

इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम रही “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”। यह विषय इस बात पर ज़ोर देता है कि योग केवल व्यक्ति विशेष के स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समूचे समाज, प्रकृति और पर्यावरण के साथ संतुलन स्थापित करने का भी माध्यम है।

कार्यक्रम के दौरान यह बात विशेष रूप से सामने आई कि जब पुलिसकर्मी मानसिक रूप से शांत और शारीरिक रूप से स्वस्थ होते हैं, तो वे अपनी जिम्मेदारियों को अधिक कुशलता और संवेदनशीलता से निभा पाते हैं।

इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री राधेश्याम राय, क्षेत्राधिकारी लाइन सुश्री शिल्पा वर्मा, प्रतिसार निरीक्षक, समस्त शाखा प्रभारी और अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में सभी ने “नियमित योग, निरोग जीवन” का संकल्प लिया और यह आश्वस्त किया कि वे योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएंगे।

यह आयोजन केवल एक स्वास्थ्य शिविर नहीं, बल्कि एक चेतना थी — अपने शरीर, मन और जिम्मेदारी को बेहतर बनाने की दिशा में एक कदम। इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब सुरक्षा बल योग को अपनाते हैं, तो समाज में न केवल फिटनेस बल्कि अनुशासन, संयम और संतुलन का संदेश भी गहराई तक जाता है।


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