
हेलो दोस्तों, सोशल मीडिया पर आज सुबह से एक खबर तेजी से वायरल हो रही है कि भारतीय क्रिकेटर Yuzvendra Chahal और उनकी पत्नी, कोरियोग्राफर Dhanashree, अब आधिकारिक रूप से अलग हो चुके हैं। खबरों में दावा किया जा रहा था कि 20 फरवरी को मुंबई के बांद्रा कोर्ट में दोनों के तलाक की प्रक्रिया पूरी हो गई। लेकिन क्या सच में ऐसा हुआ है, या यह सिर्फ अफवाहों का बाजार गर्म है?
धनश्री वर्मा के वकील ने बताई सच्चाई
इन खबरों के बीच Dhanashree की वकील, एडवोकेट अदिति मोहनी, ने बॉम्बे टाइम्स से बातचीत में इस पूरे मामले पर सफाई दी। उन्होंने कहा, “यह मामला अभी अदालत में विचाराधीन है। मीडिया को खबर प्रकाशित करने से पहले तथ्यों की जांच करनी चाहिए, क्योंकि बहुत सी भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही हैं।” इस बयान से साफ है कि तलाक को लेकर जो खबरें फैलाई जा रही हैं, वे पूरी तरह से सच्चाई पर आधारित नहीं हैं।
60 करोड़ की एलिमनी का सच क्या है
कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा था कि Yuzvendra Chahal ने Dhanashree को तलाक के बदले 60 करोड़ रुपये की एलिमनी (गुजारा भत्ता) दी है। इस दावे ने लोगों को और भी चौंका दिया। लेकिन धनश्री के एक पारिवारिक सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर इन खबरों को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा, “हम इस तरह की निराधार अफवाहों से बेहद आहत हैं। किसी भी तरह की एलिमनी मांगी नहीं गई, न ही दी गई है। यह पूरी तरह से झूठी खबर है। मीडिया को जिम्मेदारी से रिपोर्टिंग करनी चाहिए और ऐसी अफवाहों से बचना चाहिए, जो किसी के निजी जीवन में परेशानी पैदा करें।”
आज की खबरों में कई महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं, जैसे नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई और राजनीतिक हलचल। रक्षा मंत्री के बयान ने ऐतिहासिक नायकों की भूमिका को फिर से रेखांकित किया है। साथ ही, IPL और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों ने लोगों का ध्यान खींचा है। क्या यह सच है कि Yuzvendra Chahal और Dhanashree अब आधिकारिक तौर पर एक जोड़ी हैं?
आज की खबरों में कई महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं, जो देश की राजनीति और खेल जगत को प्रभावित करते हैं। अमित शाह का नक्सलवाद के खिलाफ ऐलान और राजनाथ सिंह का ऐतिहासिक नायकों को याद करना देश के वर्तमान और अतीत को जोड़ता है। वहीं, IPL के मैच और Yuzvendra Chahal की खबरें खेल प्रेमियों के लिए रोमांचक हैं। क्या आपको लगता है कि नक्सलवाद से मुक्ति का लक्ष्य 2026 तक हासिल हो पाएगा?
आज की खबरों में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया है। अमित शाह का नक्सलवाद से मुक्ति का ऐलान वाकई एक साहसिक कदम है। बंगाल की हिंसा और तमिलनाडु की सियासी हलचल पर भी गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। IPL के मुकाबले हमेशा की तरह दिलचस्प रहे, लेकिन क्या यह सिर्फ मनोरंजन से ज्यादा कुछ है? रक्षा मंत्री का शिवाजी और राणा प्रताप को राष्ट्रीय नायक बताना इतिहास को सही दृष्टिकोण से देखने का प्रयास है। असम पंचायत चुनावों में भाजपा की जीत और दिलीप घोष की शादी भी चर्चा के केंद्र में रहे। क्या आपको नहीं लगता कि ये सभी मुद्दे हमारे समाज और देश के भविष्य से जुड़े हुए हैं?
यह पाठ वास्तव में दिलचस्प और गंभीर मुद्दों को छूता है। नक्सलवाद से मुक्ति का लक्ष्य महत्वाकांक्षी है, लेकिन क्या यह वास्तव में 2026 तक संभव होगा? बंगाल हिंसा और तमिलनाडु की राजनीतिक गतिविधियाँ हमेशा चिंता का विषय रही हैं। IPL के मैचों का जिक्र करना तो बिल्कुल जरूरी है, क्योंकि वे हमारे मनोरंजन का अहम हिस्सा हैं। रक्षा मंत्री का शिवाजी और राणा प्रताप को असली राष्ट्रीय नायक बताना सही दिशा में एक कदम है। असम पंचायत चुनावों में BJP की जीत और दिलीप घोष की शादी की चर्चा भी दिलचस्प है। Yuzvendra Chahal और Dhanashree की खबर ने सोशल मीडिया को हिला कर रख दिया है। क्या आपको लगता है कि नक्सलवाद से मुक्ति का लक्ष्य पूरा हो पाएगा? और क्या आप IPL के इस सीजन के बारे में कुछ कहना चाहेंगे?
देश की राजनीति और खेल दोनों ही क्षेत्रों में आज काफी कुछ घटित हुआ है। अमित शाह का नक्सलवाद को समाप्त करने का लक्ष्य सराहनीय है, लेकिन क्या यह इतना आसान होगा? बंगाल और तमिलनाडु की स्थिति पर भी गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। IPL के मैचों ने तो सभी का ध्यान खींचा ही है। राजनाथ सिंह का शिवाजी और राणा प्रताप को राष्ट्रीय नायक बताना इतिहास को सही दृष्टिकोण से देखने की ओर एक कदम है। असम में भाजपा की जीत और दिलीप घोष की शादी भी चर्चा का विषय बनी हुई है। Yuzvendra Chahal और Dhanashree की खबर ने सोशल मीडिया पर क्या तूफान ला दिया है? क्या आपको लगता है कि यह सब मीडिया का हाइप है या इसमें कुछ सच्चाई भी है?