रिपोर्ट – आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स
दिनांक – 09 जून 2025 | जनपद – गोंडा
गोंडा जिले में अपराध और अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ी सफलता थाना छपिया पुलिस को मिली है। लंबे समय से फरार चल रहे गोवंश तस्करी के वांछित अभियुक्त फिरोज अहमद पुत्र मेवालाल निवासी ग्राम मल्हीपुर, थाना छपिया, जनपद गोंडा को पुलिस ने मसकनवा बाजार के पास पुल से गिरफ्तार कर लिया है।
इस गिरफ्तारी से जहां कानून का खौफ अपराधियों में स्पष्ट हुआ है, वहीं आमजन में सुरक्षा की भावना भी मजबूत हुई है। गिरफ्तार अभियुक्त पर गोवध निवारण अधिनियम और आर्म्स एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत है।
मामला कैसे शुरू हुआ?
दिनांक 8 अप्रैल 2025 को थाना छपिया क्षेत्र के ग्राम मल्हीपुर में प्रतिबंधित पशु के मांस की सूचना पर पुलिस हरकत में आई। तत्काल थाना छपिया पुलिस, उच्चाधिकारीगण के साथ मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसी संबंध में वादी मनीष कुमार पांडेय, निवासी हथियागढ़, थाना छपिया की तहरीर पर तीन नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
पुलिस ने तत्काल एक आरोपी सलीम को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक गोंडा विनीत जायसवाल ने विशेष निर्देश जारी किए और अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत के पर्यवेक्षण में तीन टीमें गठित की गईं। साथ ही एसओजी और सर्विलांस सेल को भी सक्रिय किया गया।
मुठभेड़ में दो आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं
इस केस की जांच में तेजी लाते हुए 9 अप्रैल 2025 को थाना छपिया और एसओजी की संयुक्त टीम ने एक पुलिस मुठभेड़ में दो वांछित अपराधी नासिर और कलीम को घायल कर गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तभी से तीसरा आरोपी फिरोज अहमद फरार चल रहा था और पुलिस को उसकी तलाश थी।
आखिरकार फिरोज भी पुलिस के शिकंजे में
लगातार दबिश और खुफिया सूचना के आधार पर 9 जून 2025 को थाना छपिया पुलिस ने फिरोज को मसकनवा बाजार से पहले पुल के पास से दबोच लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार लोकेशन बदलता रहा, लेकिन अंततः वह कानून के शिकंजे से बच नहीं सका।
पंजीकृत अभियोग
- मुकदमा संख्या: मु0अ0सं0 – 98/25
- धाराएं: धारा 3/5/8 गोवध निवारण अधिनियम एवं 4/25 आर्म्स एक्ट
- थाना: छपिया, जनपद गोंडा
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम
- वरिष्ठ उपनिरीक्षक – सत्येन्द्र कुमार यादव
- हेड कांस्टेबल – देवेन्द्र प्रताप सिंह
- हेड कांस्टेबल – जितेन्द्र कुमार सिंह
पुलिस अधीक्षक का बयान
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कहा कि गोंडा पुलिस अपराधियों के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रही है। गोवंश तस्करी जैसे मामलों में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। जनता की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
क्यों अहम है यह गिरफ्तारी?
गोंडा जिले में गोवंश से संबंधित अपराधों पर लगाम कसने के लिए चल रहे अभियान की यह एक बड़ी कामयाबी है। गोवध निवारण अधिनियम के अंतर्गत दर्ज यह मामला न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि सामाजिक और धार्मिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत संवेदनशील है। ऐसे मामलों में सख्ती दिखाना समाज की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है।
निष्कर्ष
फिरोज अहमद की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट है कि अपराधी कितना भी चतुर और शातिर क्यों न हो, कानून से बच नहीं सकता। छपिया पुलिस और गोंडा पुलिस प्रशासन की सजगता व तत्परता से यह संदेश गया है कि गोवंश तस्करी जैसे संगीन अपराधों को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस कार्रवाई ने न केवल पुलिस की कार्यशैली को दर्शाया है, बल्कि आमजन का विश्वास भी मजबूत किया है। ऐसे अभियानों से यह उम्मीद की जा सकती है कि उत्तर प्रदेश में पशु तस्करी, गोवध और अवैध गतिविधियों पर रोक लगेगी और अपराधियों में कानून का डर बना रहेगा।