रिपोर्ट – संदीप मिश्रा, रायबरेली (उत्तर प्रदेश), कड़क टाइम्स
रायबरेली में भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का अद्वितीय संगम देखने को मिला, जब भारत विकास परिषद ने अपने वार्षिक संस्कृति सप्ताह 2025 की शुरुआत एक भव्य भजन संध्या से की। इस आयोजन ने न केवल शहर के सांस्कृतिक जीवन को नई ऊर्जा दी, बल्कि विद्यालयों के विद्यार्थियों में संस्कार और संगीत के प्रति विशेष रूचि भी जगाई।
दीप प्रज्वलन से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि स्वामी विज्ञानानंद जी महाराज ने किया। उन्होंने भारत माता और स्वामी विवेकानंद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। दीप प्रज्वलन के साथ ही वातावरण में भक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ।
इस दौरान महिला संयोजक वाणी पांडेय ने सभी अतिथियों का स्वागत किया, वहीं भारत विकास परिषद के अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव ने परिषद द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न सेवा और सामाजिक कार्यक्रमों के बारे में बताया।
भजन प्रतियोगिता रही मुख्य आकर्षण
संस्कृति सप्ताह के पहले दिन आयोजित भजन प्रतियोगिता का विशेष उत्साह देखने को मिला। जिले के कई विद्यालयों के विद्यार्थियों ने इसमें भाग लिया और अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
वरिष्ठ वर्ग (Senior Category) परिणाम:
- दृष्टि पांडेय – गोपाल सरस्वती विद्या मंदिर (प्रथम स्थान)
- श्री गुप्ता – दयावती मोदी पब्लिक स्कूल (द्वितीय स्थान)
- तनिष्का द्विवेदी – रामकृष्ण इंटर कॉलेज (तृतीय स्थान)
कनिष्ठ वर्ग (Junior Category) परिणाम:
- कृष्ण मोहन – दयावती मोदी स्कूल (प्रथम स्थान)
- अवंतिका सिंह – रायन इंटरनेशनल स्कूल (द्वितीय स्थान)
- आभारिका श्रीवास्तव – दयावती मोदी स्कूल (तृतीय स्थान)
प्रतियोगिता का मूल्यांकन सृष्टि सिंह परिहार, अमित सिंह और पूनम शर्मा द्वारा किया गया। निर्णायकों ने सभी प्रतिभागियों को उनके सुर, लय और भावाभिव्यक्ति के आधार पर अंक प्रदान किए।
विजेताओं का सम्मान
मुख्य अतिथि स्वामी विज्ञानानंद ने विजेताओं को प्रमाणपत्र, मेडल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि –
“भारत की संस्कृति संगीत, भक्ति और संस्कारों से जीवित रहती है। नई पीढ़ी जब भजनों के माध्यम से संस्कृति से जुड़ती है, तो समाज में नैतिकता और आध्यात्मिकता का प्रसार होता है।”
आगे होंगे विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम
सप्ताह संयोजिका विभा श्रीवास्तव ने बताया कि आने वाले दिनों में क्विज कॉम्पिटिशन, निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद, सांस्कृतिक नृत्य और नाट्य कार्यक्रम के साथ ही योग और स्वास्थ्य जागरूकता सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे।
सह संयोजक उमेश अग्रवाल ने कहा कि परिषद भारतीय संस्कृति के संवर्धन और संरक्षण के लिए हमेशा कृतसंकल्पित है।
संचालन और विशेष अतिथि
कार्यक्रम का संचालन उषा त्रिवेदी ने किया। विजय सिंह ने प्रतियोगिता के नियमों की जानकारी दी। आयोजन में कई प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं जिनमें – डॉ. आर. बी. श्रीवास्तव, नवल किशोर बाजपेयी, अंबरीश अग्रवाल, सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, राकेश कक्कड़, वी. के. अग्निहोत्री, कमलेश चंद्र श्रीवास्तव, राकेश मिश्रा, हरिश्चंद्र शर्मा, नीलिमा श्रीवास्तव, देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव, अजय त्रिवेदी, सुरेश चंद्र शुक्ला, राजा राम मौर्य, पवन श्रीवास्तव और प्रभात श्रीवास्तव शामिल रहे।
रायबरेली में संस्कृति की गूंज
यह आयोजन रायबरेली के लिए एक सांस्कृतिक पर्व के समान साबित हुआ। बच्चों की सुरमयी ध्वनियों और भक्ति रस से भरे वातावरण ने दर्शकों को अद्भुत अनुभव प्रदान किया। इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि आज की तेज-रफ्तार जीवनशैली के बीच भी लोग भारतीय परंपरा और अध्यात्म के साथ स्वयं को जोड़कर शांति और ऊर्जा प्राप्त करना चाहते हैं।
निष्कर्ष
भारत विकास परिषद का यह संस्कृति सप्ताह 2025 केवल एक प्रतियोगिता या कार्यक्रम नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति के संरक्षण और युवा पीढ़ी को संस्कारों से जोड़ने का प्रयास है। ऐसे आयोजन समाज में धार्मिकता, नैतिकता और सकारात्मक सोच को बढ़ावा देते हैं।







