
रिपोर्ट: संदीप मिश्रा, रायबरेली, उत्तर प्रदेश | Kadak Times
रायबरेली‑सलोन।
सलोन तहसील मुख्यालय क्षेत्र की बिजली व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित है। प्रशासनिक कार्यालयों वाले इस क्षेत्र में जहां उप जिलाधिकारी, तहसीलदार और क्षेत्राधिकारी जैसे वरिष्ठ अफसर रहते हैं, वहीं बिजली विभाग के एसडीओ और जेई शाम ढलते ही वापस जिला मुख्यालय चले जाते हैं। इससे सलोन में हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं।
60 पार लाइनमैन और संसाधनों की कमी
इस क्षेत्र में पुराने जमाने के एक लाइनमैन को बिजली व्यवस्था संभालनी होती है, जिनकी उम्र 60 वर्ष से ऊपर हो चुकी है। न तो सुरक्षा उपकरण दिए गए हैं और न ही आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। जिम्मेदारी इतनी जटिल है कि बिना सुरक्षा उपकरणों के खंभों पर चढ़कर काम करना पड़ता है—जो बेहद जोखिम भरा है।
हालिया हादसे ने दिखाई गंभीर समस्या
कुछ दिन पहले बिजोलिया फीडर पर एक लाइनमैन की मृत्यु क्लर्क की कमी और सुरक्षा उपायों के अभाव के कारण कार्य करते समय हो गई। बावजूद इसके विभाग ने सुरक्षा उपायों की ओर ध्यान नहीं दिया। अभी तक न तो कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई और न ही विभागीय स्तर पर कोई जवाबदेही तय की गई।
पेड़ों की कटाई पर चूक और विद्युत हानि
स्थानीय लोग बताते हैं कि लाइन के आसपास लगे पेड़ समय पर काटे नहीं जाते। बरसात के पहले भी विभाग सक्रिय नहीं होता है। जब भारी बारिश या तूफानी मौसम आता है, तब बिजली तारों पर पत्तों या शाखाओं का वज़न बढ़ जाता है, जिससे लाइन फॉल्ट और कट-आउट की संख्या बढ़ जाती है।
लो वोल्टेज की समस्या बनी जनव्याधि
गर्मी बढ़ने से लो वोल्टेज की समस्या आम हो गई है। लोगों के कूलर, पंखे काम नहीं कर रहे हैं। बच्चों, बुजुर्गों और छात्रों को गर्मी में राहत नहीं मिल पा रही। ग्रामीणों की शिकायत है कि बिजली की गुणवत्ता इतनी खराब है कि रोजमर्रा की ज़िंदगी बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों का आक्रोश
ग्रामीण फिलहाल असहाय महसूस कर रहे हैं। कई ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और आम नागरिकों ने चेतावनी दी है कि अगर एसडीओ, जेई सहित प्रशासनिक अधिकारी मुख्यालय पर समय से नहीं रहेंगे, तो लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करेंगे, न्याय मांगेंगे और जनहित याचिका दाखिल करेंगे।
क्यों नहीं सुधर रही व्यवस्था?
- अफसरों की गैरमौजूदगी और उदासीनता
- पुराने और असक्षम स्टाफ का प्रयोग
- सुरक्षा उपकरणों का अभाव
- तारों के आसपास पेड़ों की नियमित कटाई नहीं
- विभागीय लापरवाही और जवाबदेही का अभाव
समाधान की आवश्यकता
अब वक्त आ गया है कि विभाग अपने रवैये में बदलाव लाए:
- लाइनमैन को सुरक्षा उपकरण, ट्रेनिंग और युवा स्टाफ की नियुक्ति
- एसडीओ और जेई शाम के बाद भी मुख्यालय पर मौजूद रहें ताकि तुरंत समस्या का निवारण हो
- बरसात से पहले पेड़ों की नियमित छंटाई हो ताकि लाइन फॉल्ट कम हों
- लो वोल्टेज की समस्या के समाधान हेतु बिजली तारों की क्षमता बढ़ाई जाए
निष्कर्ष
सलोन तहसील मुख्यालय की वर्तमान बिजली व्यवस्था लोगों की रोजमर्रा की ज़िंदगी को प्रभावित कर रही है। जब तक विभागीय स्तर पर संरचनात्मक सुधार नहीं होते, तब तक जनता को बिजली की लगातार समस्या झेलनी पड़ेगी। शासन-प्रशासन को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी कर जवाबदेही सुनिश्चित करनी चाहिए।