रिपोर्ट: संदीप मिश्रा रायबरेली उत्तर प्रदेश कड़क टाइम्स
रायबरेली।
जिले में चोरी की वारदातें अक्सर सुर्खियों में रहती हैं, लेकिन इस बार सोशल मीडिया पर वायरल हुआ एक वीडियो पुलिस के लिए बड़ा सुराग साबित हुआ। वायरल वीडियो में रात के अंधेरे में एक युवक को बास्तेपुर इलाके के एक घर से गैस सिलेंडर चोरी करते हुए साफ देखा गया। इस वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी कर ली।
सोशल मीडिया बना पुलिस के लिए हथियार
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया सिर्फ मनोरंजन का साधन ही नहीं, बल्कि अपराधियों की धरपकड़ में पुलिस की सबसे बड़ी मदद भी बनता जा रहा है। इस मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ। वायरल हुए वीडियो ने पुलिस की जांच को बेहद आसान कर दिया।
वादी पवन कुमार की तहरीर पर थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने फोटो और वीडियो फुटेज को बारीकी से खंगाला और उसके आधार पर आरोपी की पहचान की।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
पुलिस टीम ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपी की तलाश शुरू की और जल्द ही सफलता हासिल कर ली।
आरोपी की पहचान राहुल कुमार पुत्र भगवानदीन निवासी मालिक मऊ के रूप में हुई। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो उसके पास से चोरी किया गया गैस सिलेंडर और नगदी रकम भी बरामद हुई।
यह गिरफ्तारी सिर्फ एक सिलेंडर चोरी का मामला नहीं था, बल्कि इससे उस अपराधी के आपराधिक इतिहास का भी खुलासा हुआ जिसने पहले भी कई गंभीर वारदातों को अंजाम दिया था।
आरोपी पर दर्ज हैं कई मुकदमे
जांच में सामने आया कि राहुल कुमार के खिलाफ थाना कोतवाली और थाना मिल एरिया में पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
उस पर आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर धाराओं के तहत मामले पंजीकृत हैं। यानी सिलेंडर चोरी के पीछे एक शातिर अपराधी छिपा हुआ था।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में सिविल लाइन चौकी प्रभारी कपिल सिंह चौहान, आरक्षी अनिल रावत और जितेंद्र यादव की अहम भूमिका रही।
टीम ने न केवल तेजी दिखाई बल्कि तकनीक का सही इस्तेमाल कर आरोपी को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में खुल सकते हैं और राज़
पुलिस का कहना है कि आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है। संभावना है कि वह और भी वारदातों में शामिल रहा हो। पुलिस अब उसके आपराधिक नेटवर्क और गैंग से जुड़े लोगों की भी तलाश कर रही है।
क्राइम पेट्रोल जैसी वारदात – लोग दंग
रायबरेली में हुई यह वारदात किसी टीवी शो जैसी लग रही थी। रात के अंधेरे में घर के आंगन से सिलेंडर चोरी और फिर सोशल मीडिया पर उसका वीडियो वायरल होना—सब कुछ फिल्मी अंदाज़ में हुआ। लेकिन राहत की बात यह रही कि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को पकड़ लिया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सिलेंडर चोरी जैसी घटनाएँ पिछले कुछ समय से इलाके में बढ़ी हैं। लोग खासकर त्योहारों और शादी-ब्याह के सीजन में ऐसे मामलों से परेशान रहते हैं।
क्राइम न्यूज रायबरेली – सिलेंडर चोरी की घटना से बढ़ी सुरक्षा की चिंता
इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब सिलेंडर जैसा घरेलू सामान भी सुरक्षित नहीं है तो आम जनता कैसे चैन से सो पाएगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि अब समय आ गया है कि मोहल्लों और कॉलोनियों में CCTV कैमरे और लोकल सुरक्षा टीम अनिवार्य हो जाएं।
लोगों की राय – सोशल मीडिया पर चर्चा तेज
जैसे ही आरोपी की गिरफ्तारी की खबर फैली, सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएँ आने लगीं। किसी ने पुलिस की तारीफ की तो किसी ने कहा कि छोटे-छोटे अपराध से शुरू होकर यही लोग बड़े गैंगस्टर बन जाते हैं।
कुछ लोगों ने यह भी कहा कि पुलिस की टीम अगर इसी तरह तेजी से काम करती रही तो अपराधियों में खौफ जरूर पैदा होगा।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर ले सकती है ताकि उससे और जानकारी निकलवाई जा सके। साथ ही, उसके खिलाफ दर्ज पुराने मामलों को भी आगे बढ़ाने की तैयारी चल रही है।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि अगर ऐसे अपराधियों को सख्त सजा दी जाए तो छोटी-मोटी चोरी करने वालों के हौसले भी पस्त होंगे।
निष्कर्ष
रायबरेली की यह वारदात सिर्फ एक सिलेंडर चोरी का मामला नहीं बल्कि अपराध की उस गहराई को उजागर करती है जिसमें आरोपी जैसे लोग शामिल रहते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से शुरू हुई यह कहानी पुलिस की मेहनत और सक्रियता पर खत्म होती है, जिसने आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
यह मामला उन सभी लोगों के लिए भी सबक है जो सोचते हैं कि छोटी चोरी से कोई फर्क नहीं पड़ता। सच यह है कि हर छोटी चोरी एक बड़े अपराध की नींव रखती है।







