
रिपोर्ट: संदीप मिश्रा, रायबरेली – कड़क टाइम्स
रायबरेली, 5 जुलाई 2025।
रायबरेली सदर विधानसभा क्षेत्र की विधायक अदिति सिंह ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर शिष्टाचार मुलाकात की। यह मुलाकात औपचारिक होने के साथ-साथ रायबरेली के समग्र विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर केंद्रित रही।
विधायक के साथ पार्टी के स्थानीय नेतृत्व की उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही। इस अवसर पर नगर पूर्वी से आशुतोष पांडेय, नगर पश्चिमी से नवजीत सिंह सलूजा, अमावां से मंजेश सिंह, राही से वेद प्रकाश पांडेय और सुरेश मौर्य उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री से विकास और जनकल्याण पर फोकस
विधायक अदिति सिंह ने मुख्यमंत्री से मुलाकात में रायबरेली जिले की प्रमुख समस्याओं और विकास परियोजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि रायबरेली को एक आदर्श और समृद्ध विधानसभा क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए आधारभूत संरचना को मजबूत करना आवश्यक है। इस दिशा में जल आपूर्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और सड़क निर्माण जैसे मुद्दों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन सुझावों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि रायबरेली के लिए हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र को योजनाओं का पूर्ण लाभ मिले और जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
योजनाओं की पारदर्शिता और क्रियान्वयन पर विशेष बल
मुलाकात में विधायक ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि केंद्र और राज्य सरकार की जो योजनाएं संचालित हो रही हैं, जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन और आयुष्मान भारत – उनका सही और पारदर्शी क्रियान्वयन ही विकास की कुंजी है। मुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए अधिकारियों को इन योजनाओं की निगरानी और समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश देने की बात कही।
विधायक का संकल्प: रायबरेली को बनाना है आदर्श विधानसभा
विधायक अदिति सिंह ने मुख्यमंत्री से प्राप्त सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे निरंतर जनसंपर्क और सरकारी संवाद के माध्यम से रायबरेली को आदर्श विधानसभा क्षेत्र के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जनता की अपेक्षाएं पूरी करना ही उनकी प्राथमिकता है और इसके लिए वे हर स्तर पर प्रयासरत हैं।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधायक अदिति सिंह के बीच हुई यह मुलाकात सिर्फ एक राजनीतिक भेंट नहीं थी, बल्कि रायबरेली के विकास के लिए एक निर्णायक कदम भी थी। इस बातचीत से यह स्पष्ट है कि यदि राजनीतिक इच्छाशक्ति और प्रशासनिक संकल्प एक साथ हों, तो किसी भी क्षेत्र को विकास के शिखर तक पहुँचाया जा सकता है।