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पीसीएस परीक्षा 2025 को लेकर गोण्डा पुलिस रही पूरी तरह सतर्क — पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने किया परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण

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दिनांक: 12 अक्टूबर 2025
रिपोर्ट: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2025 को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से सम्पन्न कराने के लिए जनपद गोण्डा का पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। रविवार, 12 अक्टूबर को हुई इस राज्य स्तरीय परीक्षा के दौरान पुलिस अधीक्षक श्री विनीत जायसवाल ने स्वयं विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण कर तैयारियों का जायजा लिया।

निरीक्षण के दौरान श्री जायसवाल ने केन्द्रों पर मौजूद अधिकारियों से परीक्षा व्यवस्था की जानकारी ली और सभी को यह स्पष्ट निर्देश दिए कि परीक्षा की पवित्रता और शुचिता से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि हर अभ्यर्थी को निडर और निष्पक्ष वातावरण में परीक्षा देने का अवसर मिलना चाहिए, और यह सुनिश्चित करना पुलिस प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उन्होंने सभी केन्द्रों पर सुरक्षा व्यवस्था, प्रवेश एवं निकास द्वार, अभ्यर्थियों की तलाशी प्रक्रिया, महिला परीक्षार्थियों के लिए महिला पुलिस बल की नियुक्ति, केन्द्रों की निगरानी व्यवस्था, अधिकारियों की तैनाती और बल वितरण की विस्तृत समीक्षा की थी।

पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि परीक्षा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में राजपत्रित अधिकारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट, निरीक्षक, उपनिरीक्षक, मुख्य आरक्षी, आरक्षी एवं महिला पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। सभी परीक्षा केन्द्रों के चारों ओर सघन सुरक्षा घेरा बनाया गया था ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि न हो सके।

उन्होंने जनपद के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया था कि वे अपने-अपने क्षेत्र में पड़ने वाले परीक्षा केन्द्रों पर लगातार भ्रमण करते रहें तथा यह सुनिश्चित करें कि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था उत्पन्न न हो। पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा था कि किसी भी स्थिति में कानून-व्यवस्था को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।

परीक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए सभी केन्द्रों पर चित्रग्रहण यंत्रों द्वारा वास्तविक समय में निगरानी व्यवस्था की गई थी। प्रत्येक परीक्षा कक्ष में वीडियो रिकॉर्डिंग कराई गई, जिससे परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी बनी रही। उन्होंने बताया था कि परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए दो स्तर की विशेष निगरानी टीमें गठित की गई थीं — एक टीम खुले रूप से तथा दूसरी गोपनीय रूप से परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण कर रही थी।

जनपद गोण्डा में इस बार कुल अठारह परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे, जिनमें लगभग सात हज़ार चार सौ अठासी अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई थी — पहली पाली प्रातः 9:30 बजे से 11:30 बजे तक तथा दूसरी पाली अपराह्न 2:30 बजे से 4:30 बजे तक सम्पन्न हुई।

श्री जायसवाल ने यातायात व्यवस्था को लेकर भी विशेष निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि सभी परीक्षा केन्द्रों के आसपास वाहन पार्किंग प्रतिबंधित क्षेत्र बनाया जाए ताकि किसी प्रकार की भीड़ या जाम की स्थिति न उत्पन्न हो। अभ्यर्थियों के लिए एक दिशा से प्रवेश की व्यवस्था तथा प्रशासनिक वाहनों के लिए अलग पार्किंग क्षेत्र निर्धारित किया गया था।

उन्होंने यह भी निर्देश दिया था कि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु चलित नियंत्रण इकाइयों को सतर्क रखा जाए। सभी केन्द्रों से प्राप्त वीडियो दृश्य को वास्तविक समय में देखा जा रहा था ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता तुरंत पकड़ी जा सके।

पुलिस अधीक्षक ने कहा था कि परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कोई भी व्यक्ति यदि परीक्षा की पवित्रता को भंग करने का प्रयास करेगा तो उसके विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि इस परीक्षा की सुचिता और निष्पक्षता बनाए रखना पूरे जनपद के लिए गर्व की बात होगी।

निरीक्षण के दौरान प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस बल के वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे। सभी परीक्षा केन्द्रों पर उड़नदस्ता दल तैनात किए गए थे जो परीक्षा के दौरान किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्परता से कार्रवाई कर रहे थे।

मीडिया प्रकोष्ठ गोण्डा की ओर से बताया गया कि परीक्षा के सफल आयोजन के लिए पुलिस विभाग और जिला प्रशासन के बीच लगातार तालमेल बनाए रखा गया था। दोनों विभागों के अधिकारी परीक्षा के दौरान हर क्षण संपर्क में रहे ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को तुरंत नियंत्रित किया जा सके।

अंत में पुलिस अधीक्षक ने कहा था कि “हम सबका उद्देश्य यही है कि हर अभ्यर्थी को भयमुक्त, शांतिपूर्ण और निष्पक्ष वातावरण मिले। परीक्षा की शुचिता बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”


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