
रिपोर्ट: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ । उत्तर प्रदेश
गोण्डा, उत्तर प्रदेश (02 अगस्त 2025): ग्रामीण इलाकों में चोरी की घटनाएं आजकल आम बात हो चली हैं, लेकिन नवाबगंज पुलिस ने एक ऐसा काम किया है कि लोग उनकी तारीफ किए बिना नहीं रह सकते। थाना नवाबगंज की पुलिस टीम ने तीन शातिर चोरों को धर दबोचा और उनके पास से 6 चोरी के पम्पिंग सेट के साथ-साथ एक पिकअप वाहन भी बरामद कर लिया। यह सब कुछ पुलिस अधीक्षक गोण्डा, श्री विनीत जायसवाल के सख्त निर्देशों और चलाए जा रहे “crime control” अभियान का नतीजा है।
क्या थी पूरी घटना?
बात शुरू होती है 01 अगस्त 2025 की रात से, जब ग्राम एकडंगा के रहने वाले इन्द्रजीत मिश्रा और रामतेज तिवारी के खेतों से उनके पम्पिंग सेट चोरी हो गए। इन्द्रजीत ने बताया कि रात के अंधेरे में अज्ञात चोर उनके खेत में घुसे और सिंचाई के लिए रखे गए पम्पिंग सेट को उड़ा ले गए। पास के खेत में रामतेज तिवारी का भी यही हाल हुआ। दोनों ने तुरंत थाना नवाबगंज में शिकायत दर्ज की। इसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा संख्या 268/2025, धारा 303(2) BNS के तहत मामला दर्ज कर लिया।
अब यहाँ से शुरू हुआ पुलिस का “action”। मामला दर्ज होते ही पुलिस अधीक्षक श्री विनीत जायसवाल ने अपनी टीम को तुरंत हरकत में आने का आदेश दिया। अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी, श्री राधेश्याम राय और क्षेत्राधिकारी तरबगंज, श्री उमेश्वर प्रभात सिंह के नेतृत्व में नवाबगंज पुलिस ने जांच शुरू की।
पुलिस का “Crackdown”: कैसे पकड़े गए चोर?
01 अगस्त की रात को पुलिस टीम रूटीन चेकिंग और गश्त पर थी। तभी एक मुखबिर ने खबर दी कि कुछ चोर चोरी का सामान लेकर ग्राम लौव्वावीरपुर और अशोकपुर के बॉर्डर पर मझारा रोड से गुजर रहे हैं। यह सुनते ही पुलिस ने प्लान बनाया और मौके पर दबिश दी। वहाँ एक पिकअप वाहन (टाटा ACE, रजिस्ट्रेशन नंबर UP 43 T 7831) दिखा, जिसमें 6 पम्पिंग सेट लदे हुए थे। पुलिस ने वाहन को रोका और तलाशी ली। मौके पर ही तीन चोरों को पकड़ लिया गया।
पकड़े गए चोरों के नाम हैं:
- जुबेर पुत्र सरतार
- राकेश पाल पुत्र छ न छिन्नू पाल
- उमेश यादव पुत्र राम जनक यादव
ये तीनों ग्राम मीरपुर लखईपुरवा, थाना नवाबगंज, गोण्डा के रहने वाले हैं। पूछताछ में इन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने इन्हें तुरंत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।
किसानों के लिए क्यों अहम है यह बरामदगी?
गोण्डा जैसे जिले में खेती-बाड़ी ही लोगों की रोजी-रोटी का आधार है। यहाँ पम्पिंग सेट सिर्फ एक मशीन नहीं, बल्कि किसानों की जिंदगी का हिस्सा है। सूखे और बाढ़ के बीच यह मशीन उनकी फसलों को बचाती है। लेकिन पिछले कुछ सालों में “agricultural equipment theft” की घटनाएं बढ़ी हैं। चोर इन मशीनों को चुराकर आसानी से कबाड़ में बेच देते हैं या फिर सस्ते दामों पर बेचकर मुनाफा कमाते हैं। ऐसे में नवाबगंज पुलिस की यह कार्रवाई किसानों के लिए बहुत बड़ी राहत लेकर आई है।
इन्द्रजीत मिश्रा ने खुशी जताते हुए कहा, “हम तो सोच रहे थे कि अब नया पम्पिंग सेट खरीदना पड़ेगा। लेकिन पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हमारा सामान ढूंढ निकाला। यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात है।” वहीं, रामतेज तिवारी ने भी पुलिस को “धन्यवाद” कहा और उम्मीद जताई कि आगे ऐसी घटनाएं कम होंगी।
पुलिस का बयान: “हम अपराध को बर्दाश्त नहीं करेंगे”
पुलिस अधीक्षक श्री विनीत जायसवाल ने इस “police crackdown” को अपनी टीम की मेहनत का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, “हमारा मकसद है कि अपराधियों में खौफ पैदा हो और आम जनता सुरक्षित महसूस करे। इस तरह की कार्रवाइयाँ आगे भी जारी रहेंगी।” अपर पुलिस अधीक्षक श्री राधेश्याम राय ने भी टीम की तारीफ की और कहा, “यह सिर्फ एक केस सॉल्व करना नहीं, बल्कि लोगों का भरोसा जीतना है।”
कौन-कौन था इस ऑपरेशन में शामिल?
इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम में शामिल थे:
- उपनिरीक्षक विभव सिंह
- उपनिरीक्षक अमर पटेल
- हेड कांस्टेबल योगेन्द्र नाथ यादव
- हेड कांस्टेबल अभिषेक सिंह
- कांस्टेबल अजय यादव
- कांस्टेबल रामवीर यादव
- कांस्टेबल अतुल सिंह
- कांस्टेबल अखिलेश यादव
इन सभी ने मिलकर रातभर मेहनत की और चोरों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की।
बरामद किया गया सामान
पुलिस ने मौके से जो कुछ बरामद किया, उसकी लिस्ट इस तरह है:
- 6 छोटे-बड़े पम्पिंग सेट
- पिकअप वाहन टाटा ACE (रजिस्ट्रेशन नंबर UP 43 T 7831)
यह सारा सामान चोरी का था और अब इसे सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ग्रामीण इलाकों में चोरी का बढ़ता ट्रेंड
गोण्डा जैसे ग्रामीण इलाकों में चोरी की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। लेकिन हाल के सालों में “theft in rural areas” का ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा है। खासकर पम्पिंग सेट जैसी चीजें चोरों का आसान टारगेट बनती हैं। इसका कारण यह है कि ये मशीनें महंगी होती हैं और इन्हें बेचना आसान होता है। कई बार चोर गैंग बनाकर काम करते हैं और रात के अंधेरे में चुपचाप सामान लेकर फरार हो जाते हैं। लेकिन इस बार नवाबगंज पुलिस ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग?
इस घटना के बाद इलाके में चर्चा जोरों पर है। गाँव के बुजुर्ग राम प्रसाद कहते हैं, “पहले तो चोरी हो जाती थी और पुलिस सिर्फ कागज भरती थी। लेकिन अब लगता है कि पुलिस सचमुच कुछ कर रही है।” वहीं, एक युवा किसान अजय ने कहा, “अगर पुलिस ऐसे ही काम करती रही तो चोरों की हिम्मत टूट जाएगी।”
आगे क्या?
नवाबगंज पुलिस की इस कामयाबी से एक बात तो साफ है कि गोण्डा में अपराध के खिलाफ जंग तेज हो गई है। पुलिस का कहना है कि वे लगातार गश्त बढ़ाएंगे और मुखबिरों के नेटवर्क को मजबूत करेंगे। साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि वे अपने सामान की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
निष्कर्ष
यह घटना सिर्फ एक चोरी का मामला सुलझने की कहानी नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि सही दिशा में उठाया गया कदम कितना असरदार हो सकता है। नवाबगंज पुलिस ने न सिर्फ चोरों को पकड़ा, बल्कि किसानों के चेहरों पर मुस्कान भी लौटाई। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में ऐसी और कामयाबियाँ देखने को मिलेंगी।