रिपोर्ट: माया लक्ष्मी मिश्रा, रायबरेली, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स
🔥 ऊंचाहार में नकली पनीर फैक्ट्री का भंडाफोड़ — भारी मात्रा में मिलावटी पनीर और दूषित दूध नष्ट, लाइसेंस निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू
ऊंचाहार क्षेत्र में काफी समय से सक्रिय एक डेयरी फैक्ट्री पर गुरुवार को खाद्य सुरक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई कर स्थानीय लोगों को चौंका दिया। मिलावट को लेकर मिल रही शिकायतों के आधार पर की गई इस छापेमारी में टीम ने ऐसी-ऐसी खामियाँ पकड़ीं, जिनसे साफ हो गया कि फैक्ट्री में स्वास्थ्य मानकों को पूरी तरह ताक पर रखकर पनीर और दूध की सप्लाई की जा रही थी।
आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के निर्देश मिलते ही विभाग की टीमें जिले में सक्रिय हो गईं। इसी क्रम में जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के नेतृत्व और अपर जिलाधिकारी प्रशासन सिद्धार्थ कुमार के निर्देशन में उमरन बाजार के पास मसौदाबाद गाँव में स्थित राधा डेयरी एंड मिल्क प्रोडक्ट्स पर अचानक छापेमारी की गई। निरीक्षण के दौरान फैक्ट्री में लगभग डेढ़ कुंतल मिलावटी पनीर और करीब 2 कुंतल खराब दूध मिला, जिसे तुरंत नष्ट करा दिया गया।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी शेफाली रस्तोगी ने बताया कि फैक्ट्री को कई दिनों से निगरानी में रखा गया था। छापेमारी में न केवल उत्पादों में मिलावट मिली, बल्कि परिसर की सफाई व्यवस्था भी बेहद खराब थी। उपकरणों की हालत, भंडारण व्यवस्था और दूध की गुणवत्ता—सभी कुछ मानकों से नीचे पाया गया। इसी वजह से फैक्ट्री का लाइसेंस रद्द करने की संस्तुति सहायक आयुक्त आईई चेतराम प्रजापति को भेज दी गई है। दूध और पनीर के नमूनों को जांच के लिए सील कर प्रयोगशाला भेजा गया है।
शाम लगभग 5 बजे हुई इस कार्रवाई के दौरान सीएफएसओ अंजनी कुमार श्रीवास्तव और एफएसओ कंचनलता तिवारी भी मौजूद रहीं। टीम ने पूरे परिसर का सूक्ष्म निरीक्षण किया और पाया कि फैक्ट्री में बनने वाले उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं की सेहत के लिए खतरा थे।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, इस फैक्ट्री की गतिविधियों को लेकर लंबे समय से शंका थी, लेकिन विभाग की इस कार्रवाई ने स्थिति पूरी तरह स्पष्ट कर दी। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में चर्चा का माहौल है और मिलावटखोरों पर प्रशासन की सख्ती को लेकर लोग लगातार सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
जिला प्रशासन ने साफ संकेत दिया है कि स्वास्थ्य से समझौता करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। विभाग का कहना है कि जिले में चल रही ऐसी अन्य इकाइयों की भी जांच की जाएगी और जहाँ भी मिलावट मिलेगी, वहां सख्त दंडात्मक कार्रवाई होगी।