
रिपोर्ट: माया लक्ष्मी मिश्रा | रायबरेली, उत्तर प्रदेश | Kadak Times
रायबरेली जनपद से नाग पंचमी 2025 के मौके पर एक सशक्त और संवेदनशील शुभकामना संदेश सामने आया है, जो केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं, बल्कि प्रकृति और जीव-जंतुओं के प्रति संवेदनशीलता का संदेश भी देता है।
संदेश में कहा गया है,
“आप सभी को मेरी और मेरे परिवार की ओर से नाग पंचमी की ढेरों शुभकामनाएं। यह पर्व हमें याद दिलाता है कि जीवन और प्रकृति का संतुलन बनाए रखना कितना आवश्यक है। आइए इस मौके पर हम सभी जीवों के प्रति दया और सम्मान का भाव रखें।”
नाग पंचमी पर पारंपरिक रूप से शेषनाग, वासुकी और अन्य नाग देवताओं की पूजा की जाती है। लोगों का विश्वास है कि इस दिन सच्चे मन से पूजा करने से जीवन में शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि आती है। लेकिन इस बार जो बात इस संदेश को खास बनाती है, वो है इसका प्रकृति और करुणा की ओर झुकाव।
इस शुभकामना को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #NagPanchami2025, #SheshnagWorship, #NatureRespect जैसे कीवर्ड्स के साथ तेजी से शेयर किया जा रहा है। लोग इसे सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि एक जागरूकता अभियान की तरह देख रहे हैं।
रायबरेली से आया यह संदेश हमें सोचने पर मजबूर करता है – क्या हम सिर्फ पूजा तक सीमित हैं या सच में प्रकृति और जीवों के प्रति अपने कर्तव्यों को समझ रहे हैं?