गोंडा में ‘मिशन स्वच्छता’: डीएम नेहा शर्मा की निगरानी में 250 कचरा प्वाइंट्स होंगे साफ, पर्यावरण दिवस पर विशेष अभियान शुरू
रिपोर्टर: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ – उत्तर प्रदेश
स्थान: गोंडा | दिनांक: 30 मई 2025
गोंडा जिले में अब गंदगी के अड्डे इतिहास बनने जा रहे हैं। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अगुवाई में 1 जून से 5 जून तक चलने वाले विशेष स्वच्छता अभियान के जरिए जिले के 250 चिन्हित गार्बेज वल्नरेबल प्वाइंट्स (GVPs) को पूरी तरह से कचरा मुक्त कर सुंदर स्वरूप दिया जाएगा। इस महाअभियान की खास बात यह है कि इसे विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) के अवसर पर स्वच्छता को लेकर जन-जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से शुरू किया जा रहा है।
‘स्वच्छ गोंडा – सुंदर गोंडा’ का सपना होगा साकार
डीएम नेहा शर्मा ने इस अभियान को व्यक्तिगत रूप से मॉनिटर करने का निर्णय लिया है। उनका उद्देश्य न केवल सफाई सुनिश्चित करना है बल्कि इन कचरा प्वाइंट्स को स्थायी रूप से स्वच्छ और उपयोगी स्थल में तब्दील करना है। इसके लिए अधिकारियों को 31 मई तक सभी कचरा प्वाइंट्स की पहचान पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
हर स्थान पर ‘पहले और बाद’ की जियो-टैग फोटोग्राफी अनिवार्य
कार्य की पारदर्शिता के लिए हर GVP की सफाई से पहले और बाद की जियो-टैग फोटोज़ उसी स्थान से खींचकर रिकॉर्ड में रखी जाएंगी। इन तस्वीरों को डीएम कार्यालय में संजोया जाएगा, जिससे हर कार्य का दस्तावेजी प्रमाण उपलब्ध रहेगा।
गांवों और शहरों में अलग-अलग जिम्मेदारियां तय
ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई अभियान की निगरानी ब्लॉक विकास अधिकारी करेंगे जबकि शहरी इलाकों में अधिशासी अधिकारी इसकी देखरेख करेंगे। यह अभियान सिर्फ एक दिखावा नहीं बल्कि स्थायी बदलाव की दिशा में ठोस कदम है।
‘वेस्ट टू वंडर’ की थीम पर होगी सौंदर्यीकरण की पहल
इस पहल के तहत कचरे से खूबसूरत चीजें बनाकर उन स्थानों को सजाया जाएगा। गोंडा जिले में पहली बार इस स्तर पर ‘Waste to Wonder’ कॉन्सेप्ट को लागू किया जा रहा है। इससे न केवल सफाई होगी बल्कि जिले की खूबसूरती में भी चार चाँद लगेंगे।
जनभागीदारी होगी सफलता की कुंजी
जिलाधिकारी ने सभी नागरिकों, स्वच्छता कर्मियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें। डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि स्वच्छता केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक का कर्तव्य है।
हर दिन की रिपोर्ट डीएम कार्यालय को भेजना अनिवार्य
जिला कार्यक्रम प्रबंधकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि प्रतिदिन अभियान की प्रगति रिपोर्ट डीएम कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं जो संसाधनों से लैस होकर काम करेंगी।
गोंडा को मॉडल जिला बनाने का प्रयास
इस अभियान के माध्यम से गोंडा जिले को उत्तर प्रदेश का मॉडल स्वच्छता जिला बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद अब गोंडा को स्थायी रूप से साफ-सुथरा और पर्यावरण के अनुकूल बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है।
क्यों है ये अभियान खास?
- ✅ पहली बार 250 गार्बेज प्वाइंट्स की हुई स्पष्ट पहचान
- ✅ ‘वेस्ट टू वंडर’ जैसी रचनात्मक योजना का क्रियान्वयन
- ✅ हर स्तर पर अधिकारी की जवाबदेही तय
- ✅ डिजिटल ट्रैकिंग के लिए जियो टैगिंग अनिवार्य
- ✅ आमजन को जोड़ा जाएगा प्रेरक अभियानों से
डीएम ने किया जनता से संवाद
नेहा शर्मा ने जनता से सीधे संवाद करते हुए कहा, “अगर हम मिलकर प्रयास करें, तो गोंडा को स्वच्छता का उदाहरण बनाना कोई मुश्किल काम नहीं। जरूरत है सिर्फ संकल्प और सहयोग की।” उन्होंने युवाओं से विशेष रूप से इस अभियान में जुड़ने का आह्वान किया।
निष्कर्ष: पर्यावरण दिवस पर गोंडा का अनूठा संकल्प
गोंडा का यह स्वच्छता अभियान सिर्फ एक सप्ताह तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्वच्छ जीवनशैली की ओर एक ठोस कदम है। डीएम नेहा शर्मा के नेतृत्व में शुरू हुआ यह मिशन न केवल शहर को सुंदर बनाएगा बल्कि नागरिकों में सफाई के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगा।