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मतदाता सूची के डिजिटल सत्यापन में तेज़ी, एसडीएम ने बीएलओ से कहा—‘हर प्रविष्टि का सटीक मिलान ज़रूरी

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रिपोर्ट: माया लक्ष्मी मिश्रा, रायबरेली, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स

महराजगंज, रायबरेली — 12 दिसम्बर 2025

महराजगंज, रायबरेली। निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए जा रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण 2025–2026 को गंभीरता से आगे बढ़ाते हुए प्रशासन ने गुरुवार को ब्लॉक सभागार में बीएलओ के साथ अहम समीक्षा बैठक की। एसआईआर (SIR) डिजिटाइजेशन के बाद ए.एस.डी. यानी Absent, Shifted और Death श्रेणी के फार्मों के सही मिलान और फील्ड वेरिफिकेशन को लेकर एसडीएम गौतम सिंह और खंड विकास अधिकारी वर्षा सिंह ने विस्तृत चर्चा की। अधिकारियों ने साफ कहा कि मतदाता सूची की प्रत्येक एंट्री चुनावी पारदर्शिता से जुड़ी होती है, इसलिए verification में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बैठक में एसडीएम गौतम सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन की उच्च स्तरीय टीम रैंडम आधार पर मतदाताओं के घर जाकर जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ए.एस.डी. सूची में दर्ज प्रविष्टियां वास्तविक स्थिति से मेल खाती हों। उन्होंने जानकारी दी कि कस्बे के बूथ संख्या 256 के कई मतदाताओं की फील्ड चेकिंग जिला अभिहीत अधिकारी चेतराम प्रजापति द्वारा की गई, जिसमें एक एस.डी. मतदाता का सत्यापन सही पाया गया है।

कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि बछरावां विधानसभा क्षेत्र में एसआईआर कार्य सौ प्रतिशत पूरा हो चुका है और अब उसकी मैपिंग तेजी से की जा रही है। अब तक लगभग 72 प्रतिशत मैपिंग पूर्ण हो चुकी है और शेष प्रक्रिया को जिला निर्वाचन अधिकारी तथा जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के आदेशानुसार अत्यंत पारदर्शिता के साथ संपन्न कराया जा रहा है। मृतक, दोहरी प्रविष्टियों और दूसरे स्थान पर स्थानांतरित मतदाताओं की पहचान को लेकर बीएलओ से कहा गया कि वे प्रत्येक फॉर्म को फील्ड स्तर पर मिलाकर ही अंतिम रिपोर्ट तैयार करें।

खंड विकास अधिकारी वर्षा सिंह ने बैठक में कहा कि डिजिटाइजेशन के बाद अब हर रिकॉर्ड का real-time verification संभव है, इसलिए बीएलओ घर-घर जाकर जानकारी को ठीक उसी रूप में दर्ज करें जैसी वास्तविकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मतदाता सूची किसी भी चुनाव की विश्वसनीयता की नींव होती है और इसमें दर्ज एक गलत एंट्री भी भविष्य की पूरी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है।

अधिकारियों ने बीएलओ को निर्देश दिया कि वे मतदाताओं से सीधे संवाद कर उनकी वर्तमान स्थिति—घर पर मौजूदगी, स्थान परिवर्तन या मृत्यु—की पुष्टि करें और सत्यापित फार्मों को समय पर जमा करें। साथ ही चेतावनी दी गई कि बिना फील्ड जांच के कोई भी फॉर्म स्वीकृत नहीं किया जाएगा।


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