रिपोर्ट: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स
गोंडा। तरबगंज तहसील के जैतपुर माझा बूथ संख्या 299 और तरबगंज भाग संख्या 89 में गुरुवार को तहसीलदार आशुतोष पाण्डेय ने मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बूथ स्तर अधिकारी के कार्यों की समीक्षा की और स्पष्ट किया कि किसी भी मतदाता का नाम बिना ठोस प्रमाण के सूची से नहीं हटाया जाएगा।
तहसीलदार पाण्डेय ने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता और अद्यतनता लोकतंत्र की मजबूती के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सूची में किसी भी प्रकार की लापरवाही या मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बूथ स्तर अधिकारी को निर्देश दिए गए कि वे किसी भी बाहरी दबाव में आकर कार्य न करें और अपने दायित्व का पालन पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ करें।
उन्होंने अधिकारियों को बताया कि यह प्रक्रिया केवल प्रशासनिक कार्य नहीं बल्कि नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा का माध्यम है। उन्होंने कहा कि सूची में योग्य मतदाताओं के नाम समय पर जोड़े जाएं और नियमों के अनुसार ही अपात्र व्यक्तियों के नाम हटाए जाएं। तहसीलदार पाण्डेय ने कहा कि किसी भी तरह की अनियमितता या लापरवाही लोकतंत्र के हित में नहीं है।
निरीक्षण के दौरान तहसीलदार ने बूथ स्तर अधिकारी को निर्देश दिया कि प्रत्येक अद्यतन का रिकॉर्ड सुरक्षित रखें और किसी भी विवाद या शिकायत की स्थिति में केवल प्रमाणित दस्तावेजों के आधार पर कार्य करें। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में किसी भी प्रकार का छेड़छाड़ या अनधिकृत परिवर्तन स्वीकार्य नहीं है।
तहसीलदार ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से मतदाता सूची का लेखा-जोखा रखें और किसी भी अंतर या त्रुटि की तुरंत जांच करें। उन्होंने कहा कि योग्य मतदाताओं के नाम का गलती से हटना लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है, इसलिए सभी निर्णयों में सतर्कता जरूरी है।
निरीक्षण में यह भी देखा गया कि कुछ बूथों में मतदाताओं की प्रविष्टियाँ पुरानी या अधूरी थीं। तहसीलदार ने बूथ स्तर अधिकारी और कर्मचारियों को कहा कि वे इन सभी त्रुटियों को ठीक करें और सुनिश्चित करें कि सूची पूरी तरह सटीक और सत्यापित हो। उन्होंने कहा कि लापरवाह या negligent कार्य जनता के अधिकारों पर असर डाल सकता है।
तहसीलदार ने अधिकारियों को चेताया कि नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की सुरक्षा और विश्वास बनाए रखना प्रत्येक अधिकारी का कर्तव्य है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बूथ स्तर अधिकारी किसी भी प्रकार के पक्षपात, दबाव या अनैतिक गतिविधि में शामिल न हों।
निरीक्षण के दौरान तहसीलदार ने अधिकारियों से कहा कि मतदाता सूची में होने वाले सभी अद्यतनों का उचित दस्तावेजीकरण हो और सुधार केवल सत्यापित प्रमाण के आधार पर किए जाएं। उन्होंने बताया कि आगामी चुनावों में मतदाता सूची की शुद्धता और पारदर्शिता अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।
तहसीलदार पाण्डेय ने अधिकारियों को बताया कि मतदाता जागरूकता भी उतनी ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने अधिकार और जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी जाए ताकि वे अपने नाम की सही जानकारी सुनिश्चित कर सकें। बूथ स्तर अधिकारी को कहा गया कि किसी भी शिकायत को गंभीरता से लें और नियमों के अनुसार हल करें।
निरीक्षण के दौरान राजस्व कर्मचारी और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। तहसीलदार ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे पूरी जिम्मेदारी और सतर्कता के साथ कार्य करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की अनियमितता या लापरवाही लोकतंत्र पर सीधे असर डाल सकती है।
तहसीलदार ने अधिकारियों को यह भी कहा कि वे नियमित रिपोर्ट और अद्यतन तैयार करें ताकि सूची में कोई भी त्रुटि लंबे समय तक बनी न रहे। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अखंडता बनाए रखना हर अधिकारी का प्राथमिक दायित्व है।
सख्त निरीक्षण और स्पष्ट निर्देश यह दिखाते हैं कि गोंडा प्रशासन मतदाता सूची की सत्यता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। तहसीलदार पाण्डेय ने कहा कि इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी और सभी अधिकारी अपने दायित्वों को ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ निभाएं।
इस प्रकार के निर्देश यह संदेश देते हैं कि मतदाता सूची का प्रबंधन केवल तकनीकी प्रक्रिया नहीं बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। बूथ स्तर अधिकारी और अन्य कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि वे प्रत्येक अद्यतन का रिकॉर्ड सुरक्षित रखें, सभी सुधार प्रमाणित दस्तावेजों के आधार पर करें और सुनिश्चित करें कि योग्य मतदाताओं के नाम किसी भी स्थिति में हटाए न जाएं।
गोंडा जिले में यह कदम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आगामी चुनावों में मतदाता सूची की सटीकता और पारदर्शिता ही लोकतंत्र की विश्वसनीयता बनाए रखने की कुंजी होगी। तहसीलदार पाण्डेय ने कहा कि सूची का प्रत्येक अद्यतन सही, सत्यापित और पूरी तरह पारदर्शी होना चाहिए।





