
“मानसी को चाहिए इंसाफ: परिवार ने रायबरेली पुलिस पर जताया अविश्वास, CBI जांच की मांग”
रिपोर्ट: संदीप मिश्रा
हैदरगढ़ (बाराबंकी)/रायबरेली:
“हम शर्मिंदा हैं मानसी, तेरे हत्यारे जिंदा हैं” — इस नारे के साथ सैकड़ों लोगों का जनसैलाब रायबरेली के थाने के बाहर उमड़ पड़ा। मामला एक युवा विवाहिता मानसी सोनी की संदिग्ध मौत का है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है।
परिवार और स्थानीय लोगों का आरोप है कि रायबरेली पुलिस निष्पक्षता से जांच नहीं कर रही है और प्रभावशाली भुंदल परिवार को बचाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में पीड़ित परिवार ने इस पूरे मामले की CBI जांच या कम से कम बाराबंकी पुलिस से जांच कराए जाने की मांग की है।
फंदे पर लटकी मानसी, परिजन बोले – ये आत्महत्या नहीं, मर्डर है
मानसी की लाश रायबरेली शहर के एक प्रमुख व्यापारी के घर, जिसे लोग भुंदल हाउस के नाम से जानते हैं, फंदे से लटकी हुई मिली।
मानसी के पिता रामकुमार सोनी, जो बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ के रहने वाले हैं, का कहना है कि ससुराल पक्ष लगातार दहेज की मांग कर रहा था। जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो उनकी बेटी को जान से मार दिया गया और हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई।
परिवार का आरोप – पुलिस पक्षपाती, कार्रवाई एकतरफा
परिजनों का आरोप है कि मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस ने न तो घटनास्थल को सही से सील किया, न ही फॉरेंसिक जांच करवाई।
उनका कहना है कि पुलिस शुरू से ही सिर्फ एक पक्ष की सुन रही है और भुंदल परिवार की आर्थिक हैसियत को देखकर उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है।
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भुंदल परिवार के रसूख के आगे कानून मौन?
मानसी के पति का परिवार रायबरेली के एक जाने-माने ज्वेलर्स से जुड़ा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उनकी संपत्ति करोड़ों में है और उनके कई राजनीतिक और प्रशासनिक संपर्क हैं।
इसी वजह से पुलिस उनके खिलाफ सख्ती नहीं दिखा रही। पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें अब जान का खतरा है और अगर जल्दी कार्रवाई नहीं हुई, तो सबूत मिटाए जा सकते हैं।
कैंडल मार्च और आंदोलन: इंसाफ के लिए जुटी जनता
मानसी की मौत के बाद पूरे क्षेत्र में गुस्सा फैल गया है। हैदरगढ़ और रायबरेली में जगह-जगह कैंडल मार्च निकाले जा रहे हैं।
प्रदर्शनकारी हाथों में पोस्टर लेकर मांग कर रहे हैं कि:
- हत्या की निष्पक्ष जांच हो
- दोषियों को सज़ा मिले
- पीड़ित परिवार को सुरक्षा मिले
नारे लग रहे हैं:
#HangTheKillers #CBIForMansi #StopDowryKillings
मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
परिवार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रार्थना पत्र भेजा है। पत्र में लिखा गया है कि जब तक जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से नहीं कराई जाती, तब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा।
उन्होंने मांग की:
- CBI से जांच हो
- केस को रायबरेली से ट्रांसफर कर बाराबंकी भेजा जाए
- परिजनों को सुरक्षा प्रदान की जाए
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मामला
मामले ने सोशल मीडिया पर भी जोर पकड़ लिया है। लोग ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #JusticeForMansi के साथ पोस्ट शेयर कर रहे हैं।
कुछ यूज़र्स ने लिखा:
- “अगर अब भी इंसाफ नहीं मिला, तो फिर सिस्टम पर भरोसा कैसे करें?”
- “दहेज के लिए बेटियों की हत्याएं कब तक?”
- “CBI जांच दो, इंसाफ दो!”
मानसी – एक और बेटी, जो समाज की बलि चढ़ गई
मानसी एक पढ़ी-लिखी, आत्मनिर्भर और महत्वाकांक्षी लड़की थी। उसके अरमान अधूरे रह गए, क्योंकि दहेज की क्रूर परंपरा आज भी हमारे समाज को जकड़े हुए है।
ऐसे में यह केवल एक परिवार का दर्द नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि अगर अब भी नहीं चेते, तो अगली मानसी किसी और की बेटी होगी।
निष्कर्ष: क्या इंसाफ मिलेगा?
अब सवाल यही है कि क्या मानसी को इंसाफ मिलेगा? क्या आर्थिक और राजनीतिक रसूख रखने वाले दोषियों पर कार्रवाई होगी?
परिवार और समाज की उम्मीद अब सिर्फ प्रशासन की ईमानदारी और सरकार की इच्छाशक्ति पर टिकी है।
अपील:
अगर आप भी चाहते हैं कि मानसी को इंसाफ मिले, तो इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और आवाज उठाएं।
इंसाफ सिर्फ एक बेटी का अधिकार नहीं, बल्कि पूरे समाज की ज़िम्मेदारी है।