
दिनांक – 08 जून 2025
रिपोर्टर: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ – उत्तर प्रदेश | कड़क टाइम्स
जनपद गोंडा के थाना कोतवाली मनकापुर पुलिस ने रविवार को वाहन चेकिंग के दौरान एक ऐसे शातिर चोर को गिरफ्तार किया है जो चोरी की मोटरसाइकिल का उपयोग फर्जी नंबर प्लेट लगाकर कर रहा था। इस गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने न केवल एक पुराने वाहन चोरी के मामले का पर्दाफाश किया है, बल्कि आम जनमानस में सुरक्षा का भरोसा भी मज़बूत किया है।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चलाया गया विशेष चेकिंग अभियान
गोंडा के पुलिस अधीक्षक श्री विनीत जायसवाल द्वारा जनपद में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत यह सफलता हासिल की गई। इस कार्रवाई की निगरानी अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्री मनोज कुमार रावत तथा क्षेत्राधिकारी मनकापुर श्री उदित नारायण पालीवाल द्वारा की गई।
घटनास्थल और गिरफ्तारी का क्रम
थाना मनकापुर के वरिष्ठ उप निरीक्षक उमेश सिंह अपनी टीम के साथ माता मंदिर के पास नगर निगम मार्ग पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल पर आता दिखाई दिया। जब पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया तो वह भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए घेराबंदी कर उसे मौके पर ही पकड़ लिया।
संदिग्ध की पहचान और प्राथमिक पूछताछ
गिरफ्तार व्यक्ति ने अपना नाम अमर सिंह उर्फ प्रिंस, पुत्र दुर्गा प्रसाद सिंह, निवासी कोल्हारगांव पचपुती जगतापुर थाना मनकापुर बताया। जब उससे मोटरसाइकिल के कागजात मांगे गए तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका।
पुलिस ने जब ई-चालान ऐप की मदद से मोटरसाइकिल की जांच की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। बाइक की नंबर प्लेट फर्जी पाई गई और इंजन नंबर एक पुराने चोरी के मामले से मेल खा गया।
पुराने केस की गुत्थी सुलझी
ई-चालान सिस्टम के माध्यम से जब बाइक की जानकारी निकाली गई, तब पता चला कि यह बाइक शिवम सिंह, निवासी सुल्तानपुर, की है। यह बाइक वर्ष 2022 में लखनऊ के थाना विभूती खंड क्षेत्र से चोरी हुई थी, जिसके संबंध में मु0अ0सं0-253/2022, धारा 379 भादवि के तहत केस दर्ज था।
इस घटना की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने तत्काल मोटरसाइकिल को कब्जे में ले लिया और अभियुक्त के खिलाफ उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
मुकदमा दर्ज कर की गई विधिक कार्यवाही
अमर सिंह उर्फ प्रिंस के विरुद्ध थाना को0 मनकापुर पर मु0अ0सं0-259/2025, अंतर्गत धारा 317(2), 338, 336(3), 340(2) बीएनएस में अभियोग पंजीकृत किया गया है। इसके अतिरिक्त पुराने केस मु0अ0सं0-253/2022 के आधार पर आरोपी से आगे की पूछताछ की जा रही है।
बरामदगी और अपराध स्वीकारोक्ति
पुलिस टीम को आरोपी के कब्जे से चोरी की एक स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल बरामद हुई है। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने वर्ष 2022 में उक्त वाहन को लखनऊ से चोरी किया था और पहचान छिपाने के लिए उसने बाइक के चेचिस नंबर को घिसकर हटा दिया था। इसके अलावा उसने एक फर्जी नंबर प्लेट लगाकर बाइक को स्थानीय क्षेत्र में प्रयोग करना शुरू कर दिया था।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
इस गिरफ्तारी में निम्न पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही:
- वरिष्ठ उप निरीक्षक – उमेश सिंह
- उपनिरीक्षक – पिंटू कुमार यादव
- उपनिरीक्षक – योगेश कुमार यादव
- हेड कांस्टेबल – सुरेश कुमार गुप्ता
- कांस्टेबल – रवि सिंह
क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर नई उम्मीद
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास और भी मजबूत हुआ है। यह एक महत्वपूर्ण संदेश है कि चोरी जैसी घटनाओं को गंभीरता से लिया जा रहा है और पुलिस पूरी सजगता से काम कर रही है।
सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफार्म पर असर
गिरफ्तारी की यह खबर तेजी से सोशल मीडिया और न्यूज पोर्टल्स पर ट्रेंड कर रही है। पुलिस द्वारा किए गए त्वरित एक्शन और टेक्नोलॉजी के उपयोग (जैसे ई-चालान ऐप) ने यह साबित कर दिया है कि अपराधियों की कोई भी चाल अब ज्यादा दिनों तक छिपी नहीं रह सकती।
लोगों के लिए जागरूकता का संदेश
इस घटना ने वाहन मालिकों के लिए भी एक चेतावनी का काम किया है। लोगों को अब चाहिए कि वे:
- अपने वाहन के कागजात हमेशा साथ रखें
- पार्किंग स्थान पर सीसीटीवी कैमरा लगवाएं
- वाहन पर GPS ट्रैकर का प्रयोग करें
- फर्जी नंबर प्लेट जैसी गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें
निष्कर्ष
गोंडा पुलिस की यह कार्रवाई एक उदाहरण है कि यदि तकनीक का सही उपयोग किया जाए, तो वर्षों पुराने केस भी सुलझ सकते हैं। अमर सिंह जैसे अपराधियों की गिरफ्तारी सिर्फ एक केस को सुलझाना नहीं है, बल्कि यह कानून व्यवस्था को और भी मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
इस तरह की कार्यवाहियों से न केवल अपराधियों के हौसले पस्त होते हैं, बल्कि आम जनता को भी यह संदेश जाता है कि पुलिस हर वक्त उनकी सुरक्षा के लिए तत्पर है।