
Report: Sandeep Mishra, Raebareli, Uttar Pradesh | Kadak Times
रायबरेली, सलोंन:
जिंदगी कितनी नाजुक होती है, इसका एहसास तब होता है जब कोई चिराग अचानक बुझ जाए। ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा नगर पंचायत सलोंन में सामने आया है, जिसने पूरे नगर को गहरे शोक में डुबो दिया। नगर के चर्चित व्यापारी और किराना संघ अध्यक्ष डब्बू अग्रहरि के इकलौते पुत्र चंदन अग्रहरि (उम्र 28 वर्ष) की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। यह हादसा सिर्फ एक परिवार के लिए नहीं, बल्कि पूरे सलोंन के लिए एक Emotional Shock बन गया है।
चंदन अग्रहरि बीते कुछ दिन पहले एक Road Accident में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें बेहतर इलाज के लिए AIIMS Raebareli में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। जैसे ही उनके निधन की खबर फैली, नगर में शोक की लहर दौड़ गई। लोगों की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे हैं और हर कोई इस दुखद समाचार से स्तब्ध है।
व्यापारियों में शोक, दुकानें रहीं बंद
चंदन की मृत्यु की खबर मिलते ही नगर के तमाम व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं। स्थानीय बाजारों में सन्नाटा छा गया। दुकानें बंद करना केवल एक श्रद्धांजलि नहीं थी, बल्कि यह उनके प्रति सम्मान और दुख की अभिव्यक्ति थी।
व्यापारी समुदाय इस असामयिक निधन से बेहद आहत नजर आया। नगर के वरिष्ठ व्यापारी बताते हैं कि चंदन अग्रहरि न केवल अपने पिता के व्यापार में हाथ बंटा रहे थे बल्कि समाज सेवा और युवाओं से जुड़े कार्यों में भी सक्रिय थे।
चंदन थे अपने परिवार का इकलौता सहारा
डब्बू अग्रहरि, जो नगर में Kirana Association President के रूप में जाने जाते हैं, का परिवार पूरी तरह से इस हादसे से टूट गया है। चंदन अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। पूरे परिवार की उम्मीदें और सपने उन्हीं से जुड़े थे।
उनके असामयिक निधन ने उनके परिवार को ऐसा घाव दिया है जो कभी नहीं भर पाएगा। चंदन की मां की हालत बेहद खराब बताई जा रही है, वे बार-बार बेहोश हो जा रही हैं।
जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने जताया शोक
इस दुखद घटना पर नगर के तमाम प्रतिष्ठित लोगों ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
युवा नेता इरफान सिद्दीकी, पूर्व सभासद इसरार हैदर रानू, कांग्रेस नगर अध्यक्ष अयाज अहमद काजू, सभासद मोहम्मद शरीफ गड्डी, सभासद मोहम्मद फिरोज, शिक्षक राम जी सरोज, समाजसेवी जैद खान मेवाती, मूर्शल सिद्दीकी, आजम खान, समीर आलम आदि ने उनके घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी और परिवार को ढांढस बंधाया।
शोक सभा का आयोजन, नगर में मातम पसरा
नगरवासियों की ओर से एक Shraddhanjali Sabha का आयोजन भी किया गया, जहां सैकड़ों लोग चंदन को अंतिम विदाई देने पहुंचे। युवा से लेकर बुजुर्ग तक सभी की आंखों में आंसू थे।
चंदन का हंसमुख स्वभाव, मिलनसारिता और हर किसी की मदद को तैयार रहना, उन्हें सबकी आंखों का तारा बना देता था। उनका यूं अचानक चले जाना सभी के लिए एक Personal Loss बन गया है।
सोशल मीडिया पर भी छाया मातम
जैसे ही यह खबर Local News Channels और सोशल मीडिया पर वायरल हुई, फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर शोक संदेशों की बाढ़ आ गई। #ChandanAgarhari #SaloneAccident #SadNews जैसे हैशटैग्स ट्रेंड करने लगे। लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना कर रहे हैं।
प्रशासन से सड़क सुरक्षा की मांग
इस घटना के बाद नगर के लोगों ने सड़क सुरक्षा (Road Safety) को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। कई लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि Accident Prone Areas पर उचित साइनबोर्ड, स्पीड ब्रेकर और निगरानी व्यवस्था की जाए ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।
निष्कर्ष
एक होनहार युवा, एक माता-पिता का सहारा और समाज का प्रिय चेहरा अब हमारे बीच नहीं रहा। चंदन अग्रहरि का यूं चले जाना न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे नगर की एक अपूरणीय क्षति है।
उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी।
“ईश्वर से प्रार्थना है कि चंदन को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को यह वज्र समान दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।”