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हिस्ट्रीशीटर विक्की सरवर पर कार्रवाई की माँग तेज, ब्राह्मण संगठनों का डीएम ऑफिस के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन

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रिपोर्ट: संदीप मिश्रा रायबरेली, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स

रायबरेली में शनिवार का दिन अचानक गर्मा गया, जब अखिल भारतीय ब्राह्मण शक्ति परिषद ट्रस्ट के सैकड़ों कार्यकर्ता कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विक्की सरवर की गिरफ्तारी और उसके आपराधिक नेटवर्क पर कड़ी कार्रवाई की मांग लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर इकट्ठा हो गए। पूरे परिसर में नारेबाज़ी, पोस्टर और बैनरों की गूंज ने माहौल को पूरी तरह आंदोलित कर दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि विक्की सरवर की लगातार बढ़ती गतिविधियों ने जिले में असुरक्षा का माहौल बना दिया है और अब प्रशासन को निर्णायक कदम उठाना ही होगा।

 

प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने एक विस्तृत ज्ञापन तैयार कर डीएम को सौंपा, जिसे सिटी मजिस्ट्रेट राम औतार ने प्राप्त किया। इस ज्ञापन में विक्की सरवर से जुड़े कई मामलों और उसके आपराधिक रिकॉर्ड का उल्लेख किया गया है। मारपीट, धमकी, लूटपाट, अवैध कब्जे और हाल ही में एक ऑटो चालक पर किए गए हमले का जिक्र करते हुए संगठन ने कहा कि इतने गंभीर आरोपों के बावजूद सख्त कार्रवाई न होना प्रशासन की लापरवाही दर्शाता है। कार्यकर्ताओं ने साफ कहा कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे जिले की कानून व्यवस्था और जनता की सुरक्षा से जुड़ा प्रश्न है।

संगठन ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती तो आंदोलन को और विस्तार दिया जाएगा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जिले में गुंडाराज खत्म करना ही उनकी प्राथमिकता है और इसके लिए वह हर वैधानिक रास्ता अपनाने को तैयार हैं। कई कार्यकर्ता “Arrest Vikki Sarwar”, “Justice for Public”, “End Gundaraj” जैसे स्लोगन वाली तख्तियां लेकर पहुंचे और सोशल मीडिया पर भी लाइव होकर पूरे घटनाक्रम को प्रसारित करते रहे। इसके चलते #ArrestVikkiSarwar और #RaebareliProtest जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे।

 

ब्राह्मण शक्ति परिषद के पदाधिकारियों का कहना है कि विक्की सरवर की वजह से कई क्षेत्रों में लोग भय के माहौल में जी रहे हैं। ज्ञापन में मांग की गई है कि आरोपी की गिरफ्तारी के साथ-साथ उसके नेटवर्क पर छापेमारी, अवैध संपत्तियों की जांच, जमीन कब्जों की समीक्षा और जरुरी होने पर संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए। संगठन का दावा है कि यदि ऐसे अपराधियों को खुली छूट मिलती रही, तो जिले की कानून व्यवस्था और कमजोर हो जाएगी।

 

प्रदर्शन के दौरान लोगों में साफ गुस्सा नजर आया। कई कार्यकर्ता काली पट्टी बांधे हुए थे, जबकि कुछ ने अपराधियों के खिलाफ तीखे स्लोगन लिखी तख्तियां उठाई हुई थीं। प्रदर्शन स्थल पर सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया था ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। हालांकि पूरा कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ, लेकिन कार्यकर्ताओं की चेतावनी साफ थी — “कार्रवाई नहीं तो आंदोलन और तेज़ होगा।”

 

ज्ञापन देने वालों में अतीत अवस्थी, योगेन्द्र मिश्रा, सुनील मिश्रा, गौरव द्विवेदी, प्रिंस तिवारी, अजीत पाण्डेय, चन्दन तिवारी, उमेश सोनकर, नीलकमल, प्रिंस सोनकर, प्रमोद कुमार मौर्य, अनुज तिवारी, अनमोल अग्रवाल, यश सैनी, आकाश सोनकर, राधे पाठक, सुमित तिवारी, रिशू गुप्ता, राधे साहू, मनीष जायसवाल, आशीष पाण्डेय, सचिन श्रीवास्तव समेत कई लोग मौजूद रहे। सभी ने एकजुट होकर कहा कि यह लड़ाई सिर्फ एक संगठन की नहीं, बल्कि रायबरेली की जनता की सुरक्षा और न्याय के लिए है।


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