
गर्मी का कहर जारी: लू से बचाव के लिए CMO डॉ. नवीन चंद्रा ने की अपील, जाने क्या करें और क्या नहीं
रायबरेली | रिपोर्ट: संदीप मिश्रा ‘रायबरेली’
उत्तर प्रदेश का रायबरेली जनपद इन दिनों भीषण गर्मी और लू (Heat Wave) की चपेट में है। तापमान लगातार 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। ऐसी स्थिति में थोड़ी सी भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। इसे देखते हुए रायबरेली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (Chief Medical Officer) डॉ. नवीन चंद्रा ने जनपदवासियों से अपील की है कि वे आवश्यक सावधानियाँ बरतें और खुद को लू से बचाएं।
डॉ. चंद्रा ने कहा कि अत्यधिक गर्मी के इस दौर में विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, बीमार व्यक्तियों, निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों और फील्ड ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए। गर्मी से जुड़ी बीमारियाँ जैसे हीट स्ट्रोक (Heat Stroke), हीट क्रैम्प्स (Heat Cramps), हीट रैश (Heat Rashes) तेजी से फैल सकती हैं और समय पर इलाज न मिलने पर जान भी जा सकती है।
क्या करें – Do’s for Summer Safety
CMO डॉ. चंद्रा ने विस्तार से बताया कि हीट वेव से बचने के लिए निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है:
- खाली पेट बाहर न निकलें: सुबह घर से निकलने से पहले हल्का नाश्ता या भोजन जरूर करें। खाली पेट शरीर पर गर्मी का असर ज्यादा होता है।
- सिर ढंक कर बाहर जाएं: गीला कपड़ा, टोपी या छाता जरूर प्रयोग करें। Sun Protection के लिए Sunglasses और Sunscreen भी उपयोगी हैं।
- हमेशा पानी की बोतल साथ रखें: शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है। हर घंटे में थोड़ा-थोड़ा पानी पिएं।
- हल्के रंग और सूती कपड़े पहनें: Cotton कपड़े शरीर को ठंडा रखने में सहायक होते हैं और पूरी बांह के कपड़े त्वचा को धूप से बचाते हैं।
- ठंडे पानी से स्नान करें: दिन में कम से कम दो बार स्नान करें, इससे शरीर का तापमान संतुलित रहता है।
- ताजा और सुपाच्य भोजन करें: बासी और हैवी डाइट से बचें। फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं।
- दोपहर 12 से 3 बजे तक बाहर न जाएं: यह समय गर्मी के चरम पर होता है। घर के अंदर ही रहें।
- तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं: नींबू पानी, ओआरएस, छाछ, मट्ठा, आम पना, खीरा, ककड़ी, तरबूज और खरबूजे जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें। ये शरीर को ठंडा रखते हैं और लवण की कमी को पूरा करते हैं।
- हवादार कमरों में रहें: घर और ऑफिस में पर्दे लगाएं, ताकि सीधी धूप अंदर न आए। पंखा या कूलर का प्रयोग करें।
- पशुओं को छाया में रखें: पशुओं की देखभाल भी जरूरी है। उन्हें छायादार व ठंडी जगह पर रखें और भरपूर पानी दें।
क्या न करें – Don’ts to Avoid Heat Illness
CMO ने कुछ जरूरी परहेज बताकर जनता को सतर्क किया:
- तंग और गहरे रंग के कपड़े न पहनें। ये गर्मी को और बढ़ाते हैं।
- बंद कमरे या अधिक गर्म स्थानों में खाना न पकाएं।
- तीव्र गर्मी में शारीरिक परिश्रम जैसे दौड़ना, मजदूरी करना, या कसरत करने से बचें।
- शराब, एनर्जी ड्रिंक्स, मीठे पेय, चाय-कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स न पिएं।
- बासी और ज्यादा प्रोटीन वाला खाना न खाएं, क्योंकि यह शरीर में गर्मी बढ़ाता है।
- बच्चों और पालतू जानवरों को बंद गाड़ियों में न छोड़ें, यह जानलेवा साबित हो सकता है।
- नंगे पांव बाहर न निकलें।
हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) के लक्षण – जानें कब सतर्क होना है जरूरी
जिला स्वास्थ्य शिक्षा और सूचना अधिकारी डी एस अस्थाना ने बताया कि लू लगने के कुछ आम लक्षण होते हैं, जिन्हें पहचानना और समय पर इलाज कराना बहुत जरूरी है:
- तेज बुखार (104°F या उससे अधिक)
- चक्कर आना या बेहोशी
- उल्टी, सिरदर्द, थकावट, भ्रम की स्थिति
- गाढ़ा पेशाब, शरीर में पानी की कमी
- मांसपेशियों और पेट में अकड़न
ऐसे लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर डॉक्टर से संपर्क करें।
हीट वेव से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा सुझाई गई व्यवस्थाएँ:
CMO डॉ. चंद्रा ने बताया कि लू से सुरक्षा के लिए सरकार एवं प्रशासन की ओर से भी कई सुझाव दिए गए हैं:
- भारी श्रम कार्य में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए या कार्य की गति धीमी की जाए।
- गर्म उपकरणों को Insulation और Shielding से सुरक्षित किया जाए।
- बच्चों को ठंडे और आरामदायक स्थान पर रखा जाए।
- समय पर डॉक्टर की सलाह लें और स्वयं इलाज से बचें।
निष्कर्ष (Conclusion)
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन चंद्रा ने जनसामान्य से स्पष्ट शब्दों में अपील की है कि गर्मी को हल्के में न लें। समय रहते सावधानी बरतने से जान बचाई जा सकती है। बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर वर्गों की विशेष देखभाल करें। अगर हम थोड़ी सी सतर्कता रखें, सही खानपान और हाइड्रेशन बनाए रखें, तो गर्मियों की यह मारक लहर भी सुरक्षित रूप से पार की जा सकती है।
Stay Safe, Stay Cool,