रिपोर्ट: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स
दिनांक: 13 अक्टूबर 2025
गोण्डा। उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान 5.0 के तहत महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दिनांक 13 अक्टूबर 2025 को ग्रामसभा अशोकपुर में बहु-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मिशन शक्ति टीम द्वारा ग्राम प्रधान के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान, आशा बहुएं, अध्यापिकाएं, छात्राएं, संभ्रांत नागरिक तथा बड़ी संख्या में महिलाएं और बालिकाएं उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम के दौरान मिशन शक्ति टीम ने महिलाओं को मिशन शक्ति केंद्र की भूमिका और कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। टीम ने बताया कि प्रत्येक विकासखंड स्तर पर स्थापित ये केंद्र महिलाओं को सहायता, सुरक्षा और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए निरंतर कार्यरत हैं। उपस्थित सभी महिलाओं और बालिकाओं को सरकार द्वारा संचालित महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरों जैसे — 112 (आपातकालीन सहायता), 1090 (महिला हेल्पलाइन), 181 (घरेलू हिंसा सहायता) और 1930 (साइबर हेल्पलाइन) के बारे में विस्तार से बताया गया, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें।
टीम ने साइबर सुरक्षा के महत्व पर विशेष जोर दिया और बताया कि आज के डिजिटल युग में प्रत्येक महिला और छात्रा को सावधान रहना आवश्यक है। उन्हें अनजान कॉल, मैसेज या लिंक पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करने की सलाह दी गई। साथ ही बैंकिंग या ऑनलाइन लेन-देन में सतर्क रहने, सोशल मीडिया पर गोपनीयता बनाए रखने और किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई।
ग्राम प्रधान ने अपने संबोधन में कहा कि मिशन शक्ति अभियान महिलाओं को सुरक्षा ही नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में भी प्रेरित करता है। आज की महिला हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही है, और ऐसे कार्यक्रम उन्हें और अधिक सशक्त बनाते हैं।
कार्यक्रम में मिशन शक्ति टीम द्वारा जागरूकता पम्पलेट वितरित किए गए, जिनमें महिला सुरक्षा, सरकारी योजनाओं और हेल्पलाइन नंबरों की विस्तृत जानकारी दी गई थी। टीम ने बताया कि मिशन शक्ति अभियान 5.0 केवल महिला सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिलाओं और बालिकाओं को सामाजिक, आर्थिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाने का प्रयास है। इसके माध्यम से हर महिला अपने अधिकारों को समझे, उनका उपयोग करे और किसी भी स्थिति में खुद की रक्षा कर सके।
टीम द्वारा उपस्थित सभी महिलाओं से यह भी पूछा गया कि क्या उन्हें किसी प्रकार की समस्या या कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, परंतु किसी ने कोई शिकायत नहीं की। लिखित प्रार्थना पत्र भी मांगे गए, किन्तु किसी ने कोई आवेदन नहीं दिया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि ग्रामसभा अशोकपुर की महिलाएं स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रही हैं।
टीम ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य हर महिला को सुरक्षित, शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाना है। मिशन शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को इस योग्य बनाना है कि वे समाज में समान अधिकारों के साथ आत्मविश्वास से जीवन जी सकें। कार्यक्रम में अध्यापिकाओं और छात्राओं को साइबर अपराध और डिजिटल धोखाधड़ी से बचने के उपाय बताए गए। उन्हें अपने मोबाइल और सोशल मीडिया खातों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी गई, जैसे पासवर्ड गोपनीय रखना, संदिग्ध लिंक से बचना और किसी भी धोखाधड़ी की सूचना तुरंत पुलिस को देना।
गांव की महिलाओं ने इस कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजन से उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है तथा उन्हें यह महसूस होता है कि सरकार हर परिस्थिति में उनके साथ खड़ी है। मिशन शक्ति टीम ने अंत में सभी से अनुरोध किया कि वे इस अभियान से मिली जानकारी को अपने घरों और आस-पड़ोस की अन्य महिलाओं तक भी पहुंचाएं, ताकि हर घर में सुरक्षा और आत्मनिर्भरता का संदेश पहुंचे।