रिपोर्ट: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स
डेडलाइन: गोण्डा, 23 सितम्बर 2025
गोंडा जनपद के नवाबगंज थाना क्षेत्र में ई-रिक्शा चालक की हत्या का सनसनीखेज खुलासा पुलिस ने कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने जिस तेजी से कार्रवाई की है उसने पूरे जिले में चर्चा छेड़ दी है। घटना 26 और 27 अगस्त की रात की है जब वादी सत्यनारायण ने थाना नवाबगंज को सूचना दी कि उसका भाई संगम लाल जो ई-रिक्शा चलाकर अयोध्या गया था, उसका शव गाँव के बाहर झाड़ियों में पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक गोंडा विनीत जायसवाल, अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय और क्षेत्राधिकारी तरबगंज उमेश्वर प्रभात सिंह मौके पर पहुंचे। शव का पंचायतनामा कराकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और फील्ड यूनिट व डॉग स्क्वायड टीम की मदद से साक्ष्य एकत्र किए गए। इस वारदात को पुलिस ने अत्यंत गंभीरता से लेते हुए तीन टीमों का गठन किया और एसओजी तथा सर्विलांस को भी जांच में लगाया गया।
पुलिस ने लगातार कई दिनों तक मेहनत की, CCTV फुटेज खंगाले, तकनीकी और मैनुअल साक्ष्यों को जुटाया और आखिरकार 22 सितम्बर को इस घटना का खुलासा कर दिया गया। पुलिस ने झांसी जिले के बबीना से एक नाबालिग छात्र को अभिरक्षा में लिया जिसने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की। आरोपी ग्यारहवीं का छात्र है और वह 26 अगस्त को उत्सर्ग एक्सप्रेस से अयोध्या दर्शन के लिए आया था। उसका दर्शन पास सुबह तीन बजे का था, इसलिए वह रात ग्यारह बजे अयोध्या स्टेशन पर भटक रहा था। तभी उसकी मुलाकात ई-रिक्शा चालक संगम लाल से हुई जिसने उसे अपने रिक्शा में बैठाया और तीन घंटे तक घुमाता रहा। आरोपी के अनुसार रिक्शा चालक उसे सुनसान स्थान पर ले गया और उस पर अप्राकृतिक सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने लगा। उसने यह भी कहा कि यह उसका गांव है और वह यहां से बचकर नहीं जा पाएगा। इस धमकी से गुस्साए और डरे आरोपी ने संगम लाल के गले में पड़े गमछे से गला कस दिया जिससे उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी ने मृतक का पर्स झाड़ियों में फेंक दिया और मौके से भाग गया।
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर मृतक का पर्स और आधार कार्ड बरामद किया है। इस केस में गिरफ्तारी करने वाली टीम में थाना नवाबगंज के उपनिरीक्षक संजीव कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल राज किशोर, सुनील यादव, श्याम नारायण, राशिद, लोकेश नागर, सर्विलांस सेल से रवि यादव और कांस्टेबल अंशुमान पांडे शामिल रहे। आरोपी को किशोर न्यायालय बोर्ड के समक्ष पेश कर दिया गया है।
इस पूरे घटनाक्रम ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। अयोध्या जैसे धार्मिक स्थल पर दर्शन के बहाने आई इस वारदात ने न केवल समाज को झकझोर दिया बल्कि यह भी सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिरकार नाबालिग किस दबाव और परिस्थितियों में इतने बड़े अपराध की ओर बढ़ रहे हैं। गोंडा पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की हर तरफ सराहना हो रही है और सोशल मीडिया पर भी लोग पुलिस टीम की प्रशंसा कर रहे हैं।







