रिपोर्ट: संदीप मिश्रा, अमेठी, उत्तर प्रदेश कड़क टाइम्स
अमेठी, 08 सितम्बर 2025
अमेठी जिले के थाना शिवरतनगंज क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक दबंग युवक ने घर में घुसकर दलित विधवा महिला और उसकी बेटी से जबरन छेड़खानी करने का प्रयास किया। इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है और लोग महिला सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं।
घटना का विवरण
थाना शिवरतनगंज के अंतर्गत ग्राम पूरे शुक्लन का पुरवा, मजरे महिया सिन्दुरिया की रहने वाली अनुसूचित जाति की एक विधवा महिला ने पुलिस में तहरीर दी है। महिला के अनुसार, 30 अगस्त 2025 की सुबह जब वह घर पर लेटी थी, तभी गांव का नफीस पुत्र इदरीश उसके घर में घुस आया और उसका हाथ पकड़कर जबरदस्ती करने लगा।
महिला ने विरोध किया तो आरोपी उसके शरीर से लिपट गया। उसी दौरान महिला की 19 वर्षीय बेटी वहां आ गई। आरोपी ने महिला को छोड़कर उसकी बेटी से भी छेड़छाड़ शुरू कर दी। जब दोनों ने शोर मचाया तो आरोपी धमकी देते हुए भाग गया और कहा कि यदि किसी को बताया तो जान से मार देगा।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की शिकायत मिलने के बाद थाना शिवरतनगंज पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोप बेहद गंभीर हैं और आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
ग्रामीणों में आक्रोश
गांव के लोगों का कहना है कि आरोपी पहले से ही दबंगई करता रहा है। पुलिस कार्रवाई न होने के कारण उसका मनोबल बढ़ा हुआ था। अब जब मामला महिला और उसकी बेटी से जुड़ा है, तो पूरे गांव में आक्रोश है और लोग आरोपी को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं।
दलित समुदाय में गुस्सा
दलित समाज के लोगों ने कहा कि यह घटना केवल एक महिला और उसकी बेटी की अस्मत पर हमला नहीं है, बल्कि पूरे समुदाय की सुरक्षा पर सवाल है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी पर तुरंत और कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर चर्चा
यह खबर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी तेजी से फैल रही है। कई लोग इस घटना की निंदा करते हुए महिला सुरक्षा को लेकर सरकार और प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं।
राजनीतिक सरगर्मी
मामले ने अब राजनीतिक रंग भी लेना शुरू कर दिया है। विपक्षी दलों के स्थानीय नेताओं ने इसे दलित उत्पीड़न और महिला सुरक्षा का मामला बताते हुए सरकार को घेरा है। कुछ नेता पीड़ित परिवार से मिलने की तैयारी में हैं।
निष्कर्ष
अमेठी जिले में घटी यह घटना समाज की सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि पुलिस और प्रशासन इस केस में कितनी तेजी और सख़्ती दिखाते हैं और पीड़िता को न्याय दिला पाते हैं या नहीं।







