
पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को यौन उत्पीड़न मामले में मिली बड़ी राहत, बोले – न्यायपालिका पर था पूरा भरोसा
रिपोर्ट: आशीष श्रीवास्तव, नवाबगंज (गोंडा)
गोंडा:
पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को यौन उत्पीड़न के आरोपों में बड़ी राहत मिली है। अदालत ने उन्हें सभी आरोपों से बरी (Clean Chit) कर दिया है। न्यायिक फैसले के बाद वे पहली बार नवाबगंज स्थित नंदिनी कॉलेज पहुंचे। यहां उन्होंने गोमाता का दर्शन किया और मीडिया से मुखातिब होकर कहा कि उन्हें शुरू से ही अपने ऊपर और भारतीय न्याय व्यवस्था पर विश्वास था।
अदालत के फैसले के बाद बोले बृजभूषण – साज़िश रचने वालों की पोल खुल गई
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “जो लोग मेरे खिलाफ झूठे आरोपों का सहारा लेकर मेरी छवि धूमिल करना चाहते थे, अब उनकी सच्चाई जनता के सामने आ चुकी है। यह साज़िश लंबे समय से रची जा रही थी, लेकिन अंततः सत्य की जीत हुई।”
Ayodhya Airport से लेकर Nandini College तक उमड़ा समर्थकों का सैलाब
मंगलवार को जैसे ही उनके आगमन की खबर फैली, अयोध्या एयरपोर्ट पर समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहां से उनका कारवां हनुमानगढ़ी होते हुए नंदिनी कॉलेज तक पहुंचा, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। वाहनों की लंबी कतार और नारों की गूंज ने माहौल को उत्सव जैसा बना दिया।
महिला सुरक्षा कानूनों के दुरुपयोग पर जताई चिंता
पूर्व सांसद ने यह भी कहा कि महिला सुरक्षा के लिए बनाए गए कई कानूनों – जैसे यौन उत्पीड़न, दहेज प्रथा और दलित उत्पीड़न कानून – का आजकल गलत तरीके से उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मैं इन कानूनों के पक्ष में हूं, लेकिन इनका Misuse होना एक गंभीर मुद्दा है। सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि निर्दोष लोगों को परेशान न किया जा सके।”
महिला पहलवानों के आरोपों पर बोले – मैं पहले ही नहीं लड़ सकता था चुनाव
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे दोबारा भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि WFI के नियमों के अनुसार कोई भी व्यक्ति केवल 12 साल तक ही अध्यक्ष पद पर रह सकता है। “मेरा कार्यकाल पूरा हो चुका था, इसलिए चुनाव में उतरने का सवाल ही नहीं था,” उन्होंने कहा।
संजय सिंह बबलू से पुराना रिश्ता
उन्होंने संघ के वर्तमान अध्यक्ष संजय सिंह बबलू पर भरोसा जताते हुए कहा कि उनके साथ उनका रिश्ता करीब चार दशकों से रहा है। “मुझे पूरा विश्वास है कि वे कुश्ती संघ को आगे लेकर जाएंगे। मैं उन्हें अपना आशीर्वाद और अनुभव दूंगा।”
शायराना अंदाज़ में दिया जवाब – ‘जो खोया उसका ग़म नहीं…’
पिछले दो वर्षों की मुश्किलों पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने शायराना अंदाज़ में कहा:
“जो खोया उसका ग़म नहीं,
जो मिला वो किसी से कम नहीं।”
इस पंक्ति के जरिए उन्होंने यह जाहिर किया कि वे पीछे देख कर दुखी नहीं हैं, बल्कि आज की स्थिति से संतुष्ट हैं।
राजनीतिक भविष्य को लेकर दी प्रतिक्रिया
सांसद बनने की संभावनाओं पर उन्होंने कहा कि उनका बेटा अब सांसद बन गया है और यह उनके लिए बहुत गर्व की बात है। “अब मैं ज़्यादा समय सामाजिक कार्यों को देना चाहता हूं,” उन्होंने जोड़ा।
साजिशकर्ताओं को दी सख्त चेतावनी
जब उनसे यह पूछा गया कि जिन लोगों ने उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा, क्या वे अब उनके खिलाफ कोई कदम उठाएंगे, तो उन्होंने संक्षेप में लेकिन तीखे लहजे में कहा –
“जो हमें सताए हैं, वे खुद भी सताए जाएंगे।”
इस बयान से स्पष्ट हो गया कि वे अब चुप नहीं बैठने वाले।
निष्कर्ष:
बृजभूषण शरण सिंह को कोर्ट से मिली यह राहत सिर्फ व्यक्तिगत न्याय नहीं, बल्कि उन सभी लोगों के लिए भी एक संदेश है जो झूठे आरोपों का शिकार होते हैं। अब जबकि वे निर्दोष साबित हो चुके हैं, उनका अगला कदम क्या होगा, इस पर सबकी निगाहें टिकी होंगी।
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