
माया लक्ष्मी मिश्रा, रायबरेली
रायबरेली जिले के गदागंज थाना क्षेत्र में स्थित ग्राम व पोस्ट दीनशाह गौरा बाजार में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक शख्स खुद को हड्डी व जोड़ रोग विशेषज्ञ बताकर न केवल मरीजों का इलाज कर रहा है बल्कि बिना किसी वैध मेडिकल डिग्री के X-ray मशीन का भी अवैध रूप से इस्तेमाल कर रहा है। स्थानीय स्तर पर चर्चित यह नाम है – संदीप प्रजापति, जो लोगों को भ्रमित कर के खुद को डॉक्टर बताता है और “चोट एवं फ्रैक्चर केंद्र एंड एक्स-रे सेंटर” चला रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संदीप प्रजापति कभी रायबरेली के एक निजी अस्पताल में ड्राइवर और वार्डबॉय के तौर पर काम करता था। वहीं रहते हुए उसने इलाज से जुड़ी गतिविधियाँ जैसे – प्लास्टर करना, हड्डी सेट करना, और एक्स-रे की सतही जानकारी हासिल कर ली। अनुभव के नाम पर ये सीखी गई जानकारी आज वह ‘विशेषज्ञता’ के रूप में पेश कर रहा है, जबकि हकीकत में उसके पास कोई मेडिकल डिग्री या लाइसेंस नहीं है।
इस कथित डॉक्टर ने एक पुरानी एक्स-रे मशीन लगाकर बिना रजिस्टर्ड रेडियोलॉजिस्ट के रिपोर्ट तैयार करने और इलाज करने का धंधा खड़ा कर लिया है। वह इलाज के नाम पर मरीजों से मोटी रकम भी वसूल रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई मरीजों की हालत गलत इलाज के कारण पहले से खराब हो चुकी है।
इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि — आखिर इतने समय से चल रहे इस अवैध क्लिनिक पर स्वास्थ्य विभाग और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) के अधिकारी अब तक चुप क्यों हैं? क्या इसे किसी प्रभावशाली व्यक्ति का संरक्षण प्राप्त है?
यह क्लिनिक न केवल Clinical Establishment Act और Indian Medical Council Act का उल्लंघन कर रहा है, बल्कि यह आम नागरिकों की जान से खुला खिलवाड़ भी है। ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी बिना योग्यता और प्रशिक्षण के चिकित्सा सेवा देने की हिम्मत न कर सके।
रायबरेली के नागरिकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। इलाज कराते समय डॉक्टर की डिग्री, रजिस्ट्रेशन नंबर और क्लिनिक की वैधता की जांच करना बेहद जरूरी हो गया है। अन्यथा इलाज के नाम पर हो रहे ऐसे फर्जीवाड़े का शिकार कोई भी बन सकता है।
अब देखना यह है कि क्या स्वास्थ्य विभाग इस मामले को गंभीरता से लेता है या फिर यह फर्जी डॉक्टर इसी तरह जनता की जिंदगी से खिलवाड़ करता रहेगा। प्रशासन की चुप्पी कहीं किसी बड़ी अनहोनी को न्योता न दे दे।