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ईद-उल-अजहा 2025: गोण्डा पुलिस की सतर्कता और सहयोग से सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया गया बकरीद का त्यौहार

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रिपोर्टर: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ – उत्तर प्रदेश
दिनांक: 07 जून 2025 | स्थान: गोण्डा

गोण्डा जिले में Eid-ul-Adha 2025 यानी बकरीद का त्योहार पूरी श्रद्धा और आपसी भाईचारे के साथ मनाया गया। पुलिस अधीक्षक श्री विनीत जायसवाल की सक्रिय अगुवाई में जनपद भर में कानून-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए कड़े इंतजाम किए गए थे। उन्होंने शहर के संवेदनशील क्षेत्रों का स्वयं दौरा कर हालात का जायज़ा लिया और सभी पुलिस कर्मियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

संवेदनशील इलाकों में खुद पहुंचे एसपी, लिया जायज़ा

बकरीद की नमाज़ के दौरान जिला पुलिस पूरी मुस्तैदी से तैनात रही। एसपी श्री विनीत जायसवाल स्वयं अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) श्री मनोज कुमार रावत एवं अन्य अधिकारियों के साथ शहर के मुख्य मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में पैदल गश्त पर रहे। वे लगातार स्थानों का निरीक्षण करते रहे और स्थानीय धर्मगुरुओं, नमाज़ियों तथा आम नागरिकों से संवाद कर उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया।

आधुनिक निगरानी के साथ पुलिस की सख्त निगाहें

इस बार की बकरीद सुरक्षा व्यवस्था में तकनीकी निगरानी को विशेष महत्व दिया गया। ड्रोन कैमरे, सीसीटीवी नेटवर्क और सादे कपड़ों में तैनात पुलिस बल के ज़रिए हर गतिविधि पर नजर रखी गई। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों को विशेष तौर पर कवर किया गया जहां महिला पुलिसकर्मी भी तैनात रहीं।

इसके अलावा क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) और पीएसी बल को लगातार मूवमेंट में रखा गया, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।

यातायात व्यवस्था भी रही सशक्त

त्योहार के दौरान यातायात व्यवस्था बिगड़ने की संभावना को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस को पहले से तैनात कर दिया गया था। नो-पार्किंग ज़ोन, नमाज़ के समय डायवर्जन, और एमरजेंसी मार्गों को खुले रखने के निर्देश दिए गए थे। इसका असर यह हुआ कि नमाज़ से पहले और बाद में कहीं भी ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई

सोशल मीडिया पर सख्ती: हर प्लेटफॉर्म पर नज़र

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी पुलिस की पैनी नज़र रही। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को पहले से सक्रिय कर दिया गया था, जो किसी भी भड़काऊ संदेश, अफवाह या आपत्तिजनक पोस्ट को तुरंत ट्रेस कर रही थी।

एसपी श्री जायसवाल ने आमजन से अपील की कि वे अफवाहों से बचें, सोशल मीडिया पर संयम बरतें और ऐसा कोई वीडियो या मैसेज न फैलाएं जो सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचा सकता है।

पुलिसकर्मियों को दिए गए विशेष दिशा-निर्देश

श्री जायसवाल ने त्योहार के पूर्व सभी थानों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि हर थाना क्षेत्र की मस्जिदों और ईदगाहों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती हो और पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी, सतर्कता और संवेदनशीलता से करें।

उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस का व्यवहार जन-सहयोगात्मक होना चाहिए ताकि लोग खुद को सुरक्षित महसूस करें और पुलिस के साथ समन्वय बनाकर पर्व मना सकें।

धार्मिक नेताओं से संवाद, शांति का संदेश

बकरीद के मौके पर धार्मिक नेताओं से संपर्क स्थापित किया गया। मौलवियों और इमामों ने भी शांति और भाईचारे का संदेश दिया और अपने समुदाय से कहा कि वे किसी भी अफवाह से बचें और त्योहार को आपसी प्रेम के साथ मनाएं। पुलिस और समाज के बीच इस सकारात्मक तालमेल ने पूरे माहौल को और भी बेहतर बना दिया।

संयुक्त अभियान: हर थाना प्रभारी रहे एक्टिव

एसपी के निर्देश पर जिले के सभी थाना प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में सभी नमाज़ स्थलों पर सुरक्षा की कमान संभाली। हर जगह पैरा-मिलिट्री फोर्स, स्थानीय पुलिस और इंटेलिजेंस यूनिट को तैनात किया गया, जिससे एक भी स्थान पर कानून व्यवस्था से जुड़ी कोई समस्या उत्पन्न नहीं हुई।

मौके पर मौजूद रहे ये अधिकारी

इस दौरान अपर जिलाधिकारी श्री आलोक कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) श्री मनोज कुमार रावत, कोतवाली नगर प्रभारी, अन्य थाना प्रभारियों और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की उपस्थिति रही।


निष्कर्ष:

Gonda Eid-ul-Adha 2025 के दौरान शांति, सुरक्षा और सद्भावना का जो उदाहरण पेश किया गया है, वह पुलिस प्रशासन और आमजन के सहयोग का परिणाम है। एसपी विनीत जायसवाल के नेतृत्व में तकनीक, टीमवर्क और तत्परता का अनूठा संगम देखने को मिला, जिसने यह साबित कर दिया कि जब सिस्टम और समाज एक साथ चलते हैं, तो हर पर्व सुरक्षित और सफल बनता है।


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