Avadh SURI
- कविता
- May 31, 2025
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वे कायर थे जो चुप रहे
वे कायर थे जो चुप रहे। समय जब जल रहा था जब सड़कों पर सच को घसीटा जा रहा था जब किताबें फाड़ी जा रही थीं, जब इतिहास को मिटाया…
वे कायर थे जो चुप रहे। समय जब जल रहा था जब सड़कों पर सच को घसीटा जा रहा था जब किताबें फाड़ी जा रही थीं, जब इतिहास को मिटाया…