ई-रिक्शा चालकों के बीच झगड़े का मामला: CCTV फुटेज से पहचान कर तीन आरोपी गिरफ्तार, पुलिस की त्वरित कार्रवाई
रिपोर्टर: माया लक्ष्मी मिश्रा, रायबरेली
रायबरेली। शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सिविल लाइन चौराहे पर कुछ दिन पहले ई-रिक्शा चालकों के दो पक्षों के बीच हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया था। इस घटना ने न केवल स्थानीय नागरिकों को विचलित किया, बल्कि प्रशासन की सक्रियता को भी परखा।
यह वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से प्रसारित हुआ, जिसमें देखा गया कि सार्वजनिक स्थान पर कुछ ई-रिक्शा चालक आपस में भिड़ गए थे। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की। मामले की गंभीरता को समझते हुए रायबरेली पुलिस ने तत्काल जांच प्रारंभ की और CCTV फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान कर 9 जून 2025 को तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों का विवरण
पुलिस द्वारा जिन तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, वे निम्नलिखित हैं:
- महेंद्र सिंह, पुत्र ओम प्रकाश सिंह, निवासी ग्राम सनवई, पोस्ट मेल्थूआ, थाना भदोखर
- गोविंद वर्मा, पुत्र अवधेश वर्मा, निवासी चकबलिहार, थाना भदोखर
- दीपू, पुत्र झब्बू, निवासी ग्राम माधवपुर, पोस्ट अलावपुर, थाना जगतपुर
इन तीनों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 170, 126 और 135 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में इस प्रकार की कोई घटना होती है तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
क्या था विवाद का कारण?
स्थानीय जानकारी के अनुसार, यह झगड़ा रिक्शा चालकों के बीच सवारी बैठाने को लेकर हुआ था। शहर के प्रमुख चौराहों और बाजारों में रिक्शा चालकों के बीच इस तरह के विवाद आम होते जा रहे हैं। मगर इस बार यह झगड़ा इतना बढ़ गया कि सार्वजनिक स्थान पर हिंसा तक पहुंच गया, जिससे आम नागरिकों में डर का माहौल बन गया।
पुलिस की तत्परता और शांति व्यवस्था
थाना कोतवाली नगर पुलिस ने मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए तत्परता दिखाई और CCTV फुटेज का विश्लेषण कर आरोपियों को चिन्हित किया। इसके बाद टीम ने अभियान चलाकर तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गठित विशेष टीम ने इस पूरे ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
घटना के बाद आसपास के क्षेत्र में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और ई-रिक्शा चालकों को भी स्पष्ट रूप से चेताया गया है कि यदि किसी ने कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया, तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर चर्चा
यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना रहा। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर #RaebareliNews, #CivilLinesClash, #RickshawFight जैसे हैशटैग्स ट्रेंड करते रहे। कई यूजर्स ने पुलिस की तत्परता की प्रशंसा की, जबकि कुछ लोगों ने शहर में रिक्शा संचालन की अव्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
भविष्य की रणनीति
प्रशासन इस प्रकार की घटनाओं से सबक लेते हुए आने वाले समय में सख्त कदम उठाने की योजना बना रहा है। नगर निगम और पुलिस मिलकर सार्वजनिक स्थानों पर ई-रिक्शा के लिए निर्धारित स्टॉपिंग प्वाइंट तय करने पर विचार कर रहे हैं। साथ ही, CCTV निगरानी को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। पुलिस ऐसे चालकों की डिजिटल पहचान भी सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रही है ताकि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर तत्काल कार्रवाई हो सके।
निष्कर्ष
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि सोशल मीडिया के युग में अपराधियों की पहचान करना मुश्किल नहीं रहा। एक वायरल वीडियो की वजह से तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और कानून व्यवस्था को बहाल करने में प्रशासन की तत्परता भी देखने को मिली है। रायबरेली पुलिस की यह कार्रवाई एक उदाहरण है कि शहर में कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया जा रहा है।