
महंगूपुर में “एक शाम बुजुर्गों के नाम” कार्यक्रम संपन्न, बुजुर्गों को मिला विशेष सम्मान
रिपोर्ट – आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो प्रमुख, उत्तर प्रदेश
नवाबगंज (गोंडा) –
महंगूपुर गांव में बुधवार की शाम एक अनूठे और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य था – बुजुर्गों के योगदान को सम्मान देना और समाज में उनके अनुभवों की उपयोगिता को रेखांकित करना। इस कार्यक्रम का नाम रखा गया – “एक शाम बुजुर्गों के नाम”।
बुजुर्गों के लिए खास आयोजन, समाज को मिला नया संदेश
इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन भगवान कपिल सेवा समिति के संयोजन में वरिष्ठ शिक्षक सर्वोदयकृष्ण पांडेय के निवास स्थान पर किया गया। समिति के अध्यक्ष शरद पांडेय ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य न सिर्फ बुजुर्गों का सम्मान करना था, बल्कि समाज में उनके अनुभवों को संजोकर अगली पीढ़ियों तक पहुंचाना भी है।
इस आयोजन में गांव के 60 वर्ष से ऊपर उम्र के लगभग 25 बुजुर्गों को आमंत्रित कर उनका सम्मान समारोहपूर्वक किया गया। उन्हें शॉल, माला और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका आदर किया गया।
मंच से गूंजा अनुभव और चेतना का संदेश
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे 104 वर्षीय अनुभवी शिक्षक बृजभूषण पांडेय, जिन्होंने समाज और शिक्षा में दीर्घकालीन योगदान दिया है। उन्होंने कहा –
“आज जब समाज में बुजुर्गों की उपेक्षा हो रही है, ऐसे आयोजनों से युवा पीढ़ी में जागरूकता आएगी और पारिवारिक मूल्यों को नया जीवन मिलेगा।”
बुजुर्गों का सम्मान, सामाजिक चेतना का आधार
कार्यक्रम में उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अयोध्या महानगर संचालक डॉ. विक्रमा पांडेय ने समाज में बढ़ती एकल परिवार की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि –
“बुजुर्ग हमारे समाज की जड़ें हैं। उनके बिना परिवार अधूरा है। आजकल वृद्धाश्रम की बढ़ती संख्या यह दर्शाती है कि हम कहीं न कहीं अपनी जड़ों से कट रहे हैं।”
स्वास्थ्य सेवाएं भी होंगी शुरू – बुजुर्गों को मिलेगा लाभ
कृषि वैज्ञानिक डॉ. मिथिलेश पांडेय ने इस अवसर पर घोषणा की कि भगवान कपिल सेवा समिति द्वारा एक प्राथमिक स्वास्थ्य टीम का गठन किया जाएगा, जो नियमित रूप से बुजुर्गों की स्वास्थ्य जांच करेगी।
वहीं, डॉ. रमेश पांडेय ने बताया कि जल्द ही ब्लड प्रेशर और शुगर टेस्ट के लिए आवश्यक मेडिकल उपकरण गांव में उपलब्ध कराए जाएंगे।
पुस्तक में सहेजा जाएगा बुजुर्गों का जीवन-संघर्ष
गांव के युवा रामशंकर शर्मा ने कार्यक्रम के दौरान एक सराहनीय सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि गांव के वरिष्ठ नागरिकों के जीवन, अनुभव और योगदान को एक पुस्तक के माध्यम से दर्ज किया जाए, ताकि आने वाली पीढ़ी उन्हें जान सके और उनसे प्रेरणा ले सके।
इस प्रस्ताव को बृजभूषण पांडेय ने स्वीकार किया और यह घोषणा की गई कि पुस्तक का प्रकाशन भगवान कपिल सेवा समिति द्वारा किया जाएगा। सभी उपस्थित लोगों ने इस प्रस्ताव को ॐ ध्वनि के साथ सहमति प्रदान की।
सामाजिक जुड़ाव को मिला नया आयाम
इस आयोजन में गांव के गणमान्य नागरिक जैसे महंथ रघुपति शरण महाराज, रामबहादुर पांडेय, सतीश चंद्र पांडेय, अभय नारायण मिश्र, शंकराचार्य मिश्र, विनोद पांडेय, सुभम, प्रदीप, रिंकू, सोनू, अक्षय आदि उपस्थित रहे और आयोजन को सफल बनाया।
निष्कर्ष:
“एक शाम बुजुर्गों के नाम” सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि संस्कार और सामाजिक चेतना की लौ है, जो यह दर्शाता है कि जब युवा पीढ़ी अपने पूर्वजों का सम्मान करती है, तब समाज में सकारात्मक बदलाव आना तय होता है।
महंगूपुर गाँव का यह आयोजन एक प्रेरणास्रोत बन गया है, जिससे अन्य गांवों और संस्थाओं को भी इस दिशा में पहल करनी चाहिए। यह सिर्फ बुजुर्गों का सम्मान नहीं, बल्कि संस्कृति की पुनर्स्थापना का एक अद्भुत प्रयास है।