रिपोर्ट: संदीप मिश्रा, रायबरेली, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स
रायबरेली।
देश में स्वदेशी को बढ़ावा देने और विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार की मुहिम एक बार फिर जोर पकड़ रही है। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा अभियान छेड़ा है। इस कड़ी में रायबरेली के प्रमुख बाजारों में व्यापारियों ने न सिर्फ हस्ताक्षर अभियान में हिस्सा लिया बल्कि स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का संकल्प भी लिया।
इस अभियान की कमान राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल और उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने संभाली है। उनका कहना है कि यह केवल एक आंदोलन नहीं बल्कि “Economic Revolution” की शुरुआत है।
हस्ताक्षर अभियान से शुरुआत
रायबरेली जिले में जिला अध्यक्ष प्रभाकर गुप्ता, नगर अध्यक्ष के.के. गुप्ता और जिला संरक्षक संदीप जैन के नेतृत्व में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इसमें व्यापारियों को समझाया गया कि दैनिक जीवन में स्वदेशी वस्तुओं का इस्तेमाल क्यों आवश्यक है और विदेशी सामान का बहिष्कार समय की मांग क्यों है।
इस मौके पर व्यापारियों ने हस्ताक्षर करते हुए इन प्रमुख मुद्दों पर सहमति जताई –
- स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग और विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार
- एक राष्ट्र, एक चुनाव की व्यवस्था
- अंग्रेजों के समय बने काले कानूनों का समापन
- ऑनलाइन व्यापार पर नियंत्रण
- पंजीकृत व्यापारियों से विधान परिषद सदस्य का चुनाव
- भ्रष्टाचार का समापन
- राष्ट्रीय व्यापारी दिवस की घोषणा
- लघु उद्योगों को निशुल्क भूखंड आवंटन
प्रदेश अध्यक्ष का बयान
प्रदेश अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने कहा कि यह अभियान व्यापारियों के हितों की रक्षा और खुदरा व्यापार को बचाने के लिए चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा –
“आज विदेशी कंपनियां भारतीय बाजार पर कब्जा जमाए बैठी हैं। Online Platforms और Multinational Brands छोटे व्यापारियों के अस्तित्व पर संकट खड़ा कर रहे हैं। हमें स्वदेशी अपनाकर न केवल व्यापार बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करना है।”
जिला पदाधिकारियों का संदेश
जिला महामंत्री संदीप शुक्ला और जिला कोषाध्यक्ष चंद्र प्रकाश गुप्ता ने कहा कि व्यापारियों को केवल अपने लाभ तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि राष्ट्रीय हित को भी प्राथमिकता देनी चाहिए।
जिला युवा अध्यक्ष पंकज प्रजापति और जिला उपाध्यक्ष आशीष जैन ने कहा –
“यह हस्ताक्षर अभियान केवल औपचारिकता नहीं है। इसके माध्यम से सभी मुद्दों को लागू कराने के लिए सरकार से ठोस मांग की जाएगी। व्यापारी अगर एकजुट रहेंगे तो उनकी आवाज अनसुनी नहीं की जा सकेगी।”
व्यापारियों की एकजुटता
इस अवसर पर जिला मंत्री शिखर श्रीवास्तव, शकील अहमद, बीके रावत, आलोक सिंह, विक्रम चौधरी सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि वे अपने व्यापार और दैनिक जीवन में स्वदेशी वस्तुओं को प्राथमिकता देंगे।
आंदोलन का उद्देश्य
इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य भारत की स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। अगर व्यापारी और उपभोक्ता मिलकर स्वदेशी वस्तुओं का इस्तेमाल करें तो न केवल छोटे उद्योग सुरक्षित रहेंगे बल्कि लाखों नए रोजगार भी उत्पन्न होंगे।
संगठन का मानना है कि सरकार को भी छोटे व्यापारियों और लघु उद्योगों के हित में ठोस नीतियां बनानी चाहिए।
निष्कर्ष
रायबरेली से शुरू हुआ यह अभियान अब प्रदेश और देशभर में फैल रहा है। व्यापारियों का विश्वास है कि यदि हर नागरिक स्वदेशी को अपनाने का संकल्प ले तो देश आत्मनिर्भरता की दिशा में और तेजी से आगे बढ़ेगा।
अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल का यह प्रयास बताता है कि जब समाज एकजुट होता है तो बड़े बदलाव निश्चित होते हैं। यह सिर्फ विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार का आंदोलन नहीं बल्कि भारत की नई आर्थिक स्वतंत्रता का संदेश है।







