दिनांक: 11 अक्टूबर 2025
रिपोर्ट: आशीष श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स
गोंडा जनपद के थाना नवाबगंज क्षेत्र में आज मिशन शक्ति अभियान 5.0 के अंतर्गत एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। थानाध्यक्ष श्री अभय सिंह के नेतृत्व में मिशन शक्ति / एंटी रोमियो टीम नवाबगंज ने जगदम्बा सिंह विद्यालय, कटरा शिवदयालगंज में छात्राओं से संवाद स्थापित कर उन्हें सुरक्षा, आत्मरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संचालित मिशन शक्ति अभियान 5.0 के तहत पुलिस अधीक्षक जनपद गोंडा श्री विनीत जायसवाल के निर्देशन में आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं के प्रति होने वाले अपराधों — जैसे छेड़छाड़, उत्पीड़न, दहेज हिंसा, बाल अपराध, एसिड अटैक आदि की रोकथाम करना और समाज में सुरक्षा की भावना को मजबूत बनाना है।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस टीम ने छात्राओं को बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक थाने में “मिशन शक्ति केंद्र” स्थापित किए जा रहे हैं, जहाँ महिलाएं बिना किसी भय या संकोच के अपनी शिकायतें दर्ज करा सकती हैं और तुरंत सहायता प्राप्त कर सकती हैं। टीम ने छात्राओं को विभिन्न आवश्यक हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी — जैसे उत्तर प्रदेश आपातकालीन सेवा 112, वीमेन पावर लाइन 1090, महिला हेल्पलाइन 181, चाइल्ड लाइन 1098, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076, स्वास्थ्य सेवा 102, तथा एंबुलेंस सेवा 108। इसके साथ ही साइबर अपराध सहायता नंबर 1930 के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई ताकि कोई भी बालिका या महिला ऑनलाइन ठगी या उत्पीड़न की स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सके।
इस अवसर पर एंटी रोमियो टीम — उपनिरीक्षक अशोक जायसवाल, आरक्षी योगेंद्र चौधरी, महिला आरक्षी प्रांशी यादव तथा महिला आरक्षी रोशनी देवी — ने छात्राओं से खुलकर बातचीत की और उन्हें समझाया कि जागरूकता ही अपराधों के विरुद्ध सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने कहा कि आत्मरक्षा का अभ्यास हर लड़की के लिए आवश्यक है, क्योंकि “आत्मरक्षा ही सशक्तिकरण की पहली सीढ़ी है।”
थानाध्यक्ष अभय सिंह ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिलाओं में आत्मविश्वास और स्वाभिमान की भावना को जगाने का एक आंदोलन है। उन्होंने कहा कि आज की नारी किसी से कम नहीं है, बस उसे अपने अधिकारों की जानकारी और अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है। उन्होंने छात्राओं से कहा कि “यदि कोई व्यक्ति आपको किसी भी प्रकार से परेशान करता है — चाहे वह विद्यालय जाते समय हो या सोशल मीडिया पर — तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें, देरी न करें।”
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को पैम्फलेट और पुस्तिकाएँ भी वितरित की गईं जिनमें सभी आवश्यक हेल्पलाइन नंबरों और कानून संबंधी जानकारी दी गई थी। साथ ही, साइबर अपराधों से बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से बताया गया। टीम ने कहा कि सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी साझा करने से पहले हमेशा सावधानी बरतें और किसी अजनबी व्यक्ति से बात करते समय सतर्क रहें।
बालिकाओं ने कार्यक्रम के दौरान कई प्रश्न पूछे — जैसे कि यदि विद्यालय जाते समय कोई व्यक्ति परेशान करे तो क्या करें, या यदि सोशल मीडिया पर कोई गलत संदेश भेजे तो उसकी शिकायत कहाँ करें। पुलिस टीम ने हर प्रश्न का विस्तार से उत्तर देते हुए उन्हें यह भरोसा दिलाया कि पुलिस सदैव उनकी सहायता के लिए तत्पर है।
कार्यक्रम का वातावरण उत्साहपूर्ण और प्रेरणादायक रहा। छात्राओं के चेहरों पर आत्मविश्वास और गर्व की झलक स्पष्ट दिखाई दी। कई छात्राओं ने कहा कि अब वे अपने अधिकारों के प्रति अधिक सचेत हैं और अपने साथ-साथ अन्य लड़कियों को भी जागरूक करेंगी।
मिशन शक्ति अभियान 5.0 केवल एक सरकारी पहल नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के सशक्तिकरण और सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह अभियान महिलाओं को आत्मनिर्भर, सुरक्षित और जागरूक बनाने के साथ-साथ समाज में सकारात्मक सोच को भी बढ़ावा दे रहा है।





