रायबरेली कोर्ट में खून से सनी दोपहर: पति ने पत्नी पर गंडासे से किया हमला, वकीलों ने पकड़कर बचाई महिला की जान

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रिपोर्ट: संदीप मिश्रा, रायबरेली, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स

रायबरेली। सोमवार की दोपहर जनपद न्यायालय (दीवानी न्यायालय) परिसर उस वक्त दहल उठा जब एक पति ने अपनी ही पत्नी पर गंडासे से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। कुछ ही पलों में पूरा कोर्ट परिसर चीखों से गूंज उठा और देखते ही देखते अफरातफरी मच गई। घटना इतनी अचानक हुई कि मौके पर मौजूद लोग कुछ समझ ही नहीं पाए। गुस्से से भरे आरोपी ने महिला पर वार पर वार किए, जिससे वह खून से लथपथ जमीन पर गिर पड़ी। हालांकि, मौके पर मौजूद वकीलों ने अद्भुत साहस दिखाते हुए आरोपी को वहीं दबोच लिया और उसकी जमकर पिटाई के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। इस बीच घायल महिला को आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।

यह सनसनीखेज वारदात शहर कोतवाली क्षेत्र में स्थित रायबरेली दीवानी न्यायालय परिसर की है, जहां सोमवार दोपहर लगभग 12 बजे यह पूरी घटना सामने आई। जानकारी के अनुसार अमेठी जिले के जायस कस्बे के पूरे कुमेदान का पुरवा गांव की रहने वाली एक महिला का अपने पति मिथुन से लंबे समय से विवाद चल रहा था। यह विवाद पारिवारिक कलह, तलाक और संपत्ति बंटवारे को लेकर बताया जा रहा है। महिला ने कुछ समय पहले अपने पति के खिलाफ न्यायालय में केस दर्ज कराया था और सोमवार को वह अपने वकील से मिलने और पेशी के सिलसिले में रायबरेली कोर्ट पहुंची थी।

बताया जाता है कि महिला जैसे ही अपने वकील के चेंबर के बाहर उनसे बातचीत कर रही थी, तभी अचानक उसका पति मिथुन वहां पहुंच गया। उसने पहले महिला को घूरा और बिना कुछ कहे अचानक अपनी जेब से छिपा हुआ गंडासा निकाला और उस पर वार कर दिया। पहला वार महिला के सिर पर लगा, जिसके बाद वह गिर पड़ी। मगर आरोपी रुका नहीं, उसने लगातार कई वार किए। महिला दर्द से कराहती रही और चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। चीखें सुनकर आसपास के वकील, कोर्ट स्टाफ और अन्य लोग दौड़ पड़े। एक वकील ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उसे भी हल्की चोट आई। लेकिन कुछ वकीलों ने बहादुरी दिखाते हुए आरोपी को धर दबोचा और उसकी जमकर धुनाई की। इसके बाद उसे शहर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया गया।

घटना की सूचना मिलते ही पूरे कोर्ट परिसर में दहशत फैल गई। मौके पर पुलिस बल पहुंचा और जांच शुरू की गई। घायल महिला को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई। जिला अस्पताल के डॉक्टर अनुराग शुक्ला ने बताया कि महिला के सिर पर गंभीर चोटें हैं, जिनमें खोपड़ी में फ्रैक्चर और गहरा घाव शामिल है। फिलहाल महिला को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर सर्जरी की तैयारी की जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।

इस घटना के बाद न्यायालय की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कोर्ट में सुरक्षा के नाम पर सिर्फ दो चौकीदार और एक गेटकीपर थे। न तो हथियार जांचने के लिए मेटल डिटेक्टर मौजूद था, न ही कोई सशस्त्र गार्ड। एक वकील ने कहा, “अगर हम वहां मौजूद नहीं होते, तो महिला की जान चली जाती। आरोपी आराम से हथियार लेकर कोर्ट परिसर में घुस गया, यह सुरक्षा की गंभीर विफलता है।”

वकील बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अदालत परिसर में सीसीटीवी कैमरे, मेटल डिटेक्टर और महिला सुरक्षा इकाई की तत्काल व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।

पुलिस ने बताया कि आरोपी मिथुन के खिलाफ हत्या के प्रयास (IPC की धारा 307) और अन्य प्रासंगिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है और घटना के पीछे के कारणों की गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार आरोपी और उसकी पत्नी के बीच कई महीनों से विवाद चल रहा था। दोनों पक्षों में कई बार झगड़ा हुआ था और मामला कोर्ट तक पहुंच गया था।

घटना की जानकारी मिलते ही जिला मजिस्ट्रेट और एसएसपी ने मौके का निरीक्षण किया और रिपोर्ट तलब की। प्रशासन ने कहा है कि कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा।

यह घटना केवल एक घरेलू विवाद की परिणति नहीं बल्कि समाज में बढ़ते पारिवारिक तनाव और असहिष्णुता की भयावह तस्वीर भी पेश करती है। पिछले कुछ वर्षों में तलाक, दहेज और संपत्ति विवाद जैसे मामलों में इस तरह की हिंसक घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन मामलों में परामर्श (Counselling) और मनोवैज्ञानिक सहायता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए ताकि लोग गुस्से या आक्रोश में अपराध की राह न चुनें।

घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। कई लोगों ने लिखा कि “अगर अदालत जैसी सुरक्षित जगह पर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, तो आखिर कहां होंगी?” वहीं कुछ लोगों ने वकीलों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने मौके पर जो किया, वह इंसानियत की मिसाल है।

फिलहाल आरोपी पुलिस की हिरासत में है और घायल महिला का इलाज जारी है। परिवारजन अस्पताल में उसके पास मौजूद हैं और न्याय की गुहार लगा रहे हैं। इस बीच रायबरेली कोर्ट परिसर में तनाव का माहौल बना हुआ है और वकीलों ने मंगलवार को सुरक्षा को लेकर हड़ताल की चेतावनी दी है।


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