रिपोर्ट: संदीप मिश्रा, रायबरेली, उत्तर प्रदेश, कड़क टाइम्स
रायबरेली। पूरे प्रदेश में “स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा” के तहत रायबरेली नगर पालिका परिषद ने रविवार को महा सफाई अभियान का आगाज़ किया। ईओ नगर पालिका की देखरेख और स्वास्थ्य विभाग के निरीक्षक रवि शेखर एवं संतोष सिंह के सहयोग से शुरू हुए इस अभियान में समाज के विभिन्न वर्गों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य है – शहर को स्वच्छ, स्वस्थ और हरित बनाना।
आज नगर पालिका परिषद द्वारा स्वच्छता मित्रों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में सफाईकर्मी और नागरिक शामिल हुए। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने उनकी जांच कर आवश्यक परामर्श दिया। इसके बाद सुबह सुरजूपुर मेला मैदान में “एक दिन – एक घंटा – एक साथ” थीम पर बड़ा श्रमदान कार्यक्रम हुआ। इसमें NCC कैडेट्स, सभासद, नगर पालिका कर्मचारी, भाजपा के जिला अध्यक्ष और स्थानीय लोग शामिल हुए। सभी ने अपने हाथों में झाड़ू लेकर मैदान को साफ किया और कचरा इकट्ठा किया।
दोपहर में नगर पालिका अध्यक्ष ने सभासदों की मौजूदगी में स्वयं झाड़ू लगाकर 156 घंटे के महा सफाई अभियान का शुभारंभ किया। उनके इस कदम से पूरे माहौल में स्वच्छता का संदेश गूंज उठा। इस दौरान ITC के नॉलेज पार्टनर और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नगर पालिका परिषद का कहना है कि यह अभियान केवल सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि नागरिकों में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास भी है। प्लास्टिक मुक्त शहर, गीले-सूखे कचरे का अलग-अलग प्रबंधन और पेयजल स्वच्छता जैसे विषयों पर भी काम होगा। कर्मचारियों और सफाई मित्रों को उनके योगदान के लिए सम्मानित करने की भी योजना बनाई गई है।
स्वास्थ्य निरीक्षक रवि शेखर और संतोष सिंह ने कहा कि स्वच्छता से शहर न केवल सुंदर बनेगा बल्कि लोगों को डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों से भी राहत मिलेगी। यही वजह है कि स्वास्थ्य परीक्षण को भी अभियान से जोड़ा गया है।
पहले ही दिन लोगों का उत्साह देखकर स्पष्ट हो गया कि रायबरेली अब “स्वच्छ रायबरेली – स्वस्थ रायबरेली” की दिशा में कदम बढ़ा चुकी है। कई युवाओं ने “Keep Your City Clean” और “Say No To Plastic” जैसे स्लोगन वाले पोस्टर लेकर लोगों को प्रेरित किया।
अभियान लगातार 156 घंटे चलेगा और हर दिन सफाई के साथ जागरूकता कार्यक्रम होंगे। स्कूल-कॉलेज के छात्र, सामाजिक संस्थाएं और स्वयंसेवी संगठन इसमें भाग लेंगे। नगर पालिका अध्यक्ष ने नागरिकों से अपील की कि कचरा सड़क पर न फेंके, बल्कि डस्टबिन और नगर पालिका की ट्रॉली का प्रयोग करें।
इस मुहिम में महिलाओं और बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। महिला सभासदों ने लोगों से कहा कि स्वच्छता हर नागरिक की जिम्मेदारी है। वहीं छोटे बच्चों ने भी श्रमदान कर सबका मन मोह लिया।
निदेशालय के आदेश के मुताबिक यह अभियान महज औपचारिकता नहीं रहेगा, बल्कि इसका असर हर गली-मोहल्ले तक पहुंचेगा। पहले दिन की सफलता ने साफ कर दिया है कि रायबरेली इस पखवाड़े को ऐतिहासिक बनाने के लिए तैयार है।
अभियान का समापन 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर होगा। इस दिन विशेष कार्यक्रम के साथ उन नागरिकों और कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने अभियान में उल्लेखनीय योगदान दिया।
रायबरेली नगर पालिका का यह अभियान एक मिसाल है कि जब जनता और प्रशासन मिलकर काम करें तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता। “156 घंटे का महा सफाई अभियान” केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए स्वच्छ और स्वस्थ भविष्य की दिशा में बड़ा कदम है।





